वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज क्रिस गेल (Chris Gayle) ने बेन डकेट (Ben Duckett) के यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को लेकर दिए गए हालिया बयान को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अटैकिंग क्रिकेट कई सालों से क्रिकेटर खेल रहे हैं और ऐसा नहीं है कि बैजबॉल स्टाइल की वजह से बल्लेबाजों ने आक्रामक क्रिकेट खेलना शुरु किया है।
दरअसल राजकोट टेस्ट मैच के दौरान बेन डकेट ने बयान दिया था कि जितना बड़ा टार्गेट होगा, उतना ही इंग्लैंड के लिए बेहतर रहेगा। हालांकि इंग्लैंड टीम को इस मैच में 434 रनों से बुरी तरह से शिकस्त का सामना करना पड़ा। बेन डकेट ने एक और बयान यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक को लेकर भी दिया था। उन्होंने कहा था कि यशस्वी ने जिस तरह की बैटिंग की है, उसका क्रेडिट इंग्लैंड के बैजबॉल स्टाइल को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के बैजबॉल स्टाइल की वजह से बल्लेबाजों ने अटैकिंग क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया है।
यशस्वी जायसवाल पहले से ही अटैकिंग बल्लेबाजी कर रहे थे - क्रिस गेल
वहीं एएफपी से बातचीत के दौरान क्रिस गेल ने बेन डकेट के उस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पहले के जमाने में भी विव रिचर्ड्स और ब्रायन लारा जैसे बल्लेबाज होते थे जो काफी धुआंधार बल्लेबाजी किया करते थे। गेल ने कहा,
अटैकिंग क्रिकेट कई सालों से खेला जा रहा है। क्रिस गेल के इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने से पहले ही आक्रामक क्रिकेट खेली जाती रही है। हमारे पास विव रिचर्ड्स जैसे बल्लेबाज थे और उन्होंने ही अटैकिंग क्रिकेट स्टार्ट किया था। ब्रायन लारा हर एक फॉर्मेट में काफी धुआंधार बल्लेबाजी करते थे। मुझे नहीं लगता है कि यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड की वजह से आक्रामक खेलना शुरु किया है। उन्होंने अपने कोच और मेंटर ज्वाला सिंह से ये कला सीखी है। वो पिछले कई सालों से इसी तरह से खेल रहे हैं।