वीडियो: देखिए राहुल को कैच देने के बाद भी लैथम क्यों नहीं हुए आउट ?

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला जा रहा कानपुर टेस्ट का दूसरा दिन पूरी तरह न्यूज़ीलैंड के नाम रहा। जहां भारत के 318 रनों के जवाब में बारिश से बाधित दूसरे दिन का खेल ख़त्म होने तक कीवियों ने 1 विकेट के नुक़सान पर 152 रन बना लिए हैं और इस तरह भारत के स्कोर से अब 166 रन ही पीछे हैं। दूसरे दिन के हीरो रहे हैं टॉम लैथम और कप्तान केन विलियमसन जिन्होंने अपने अपने अर्धशतक पूरे करते हुए अभी भी क्रीज़ पर मौजूद हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि भारतीय गेंदबाज़ों के पास मौक़े नहीं थे। रविंद्र जडेजा की गेंद पर केन विलियमसन के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए गेंद विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के दस्तानों में चली गई थी। लेकिन अंपायर ने इस अपील को ठुकरा दिया था, जबकि रिप्ले में स्निकोमीटर के ज़रिए दिखा कि गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया था। इसके अलावा एक और ऐसा मौक़ा था जब टीम इंडिया विकेट लेने के बेहद क़रीब थी, इत्तेफ़ाक से इस बार भी गेंदबाज़ जडेजा थे। मैच के 37वें ओवर में रविंद्र जडेजा की गेंद पर स्वीप शॉट खेलने गए टॉम लैथम के बल्ले का किनारा लेती हुई गेंद उनके जूते पर लगी और फिर शॉर्ट लेग पर खड़े के एल राहुल के हाथों में आसान सा कैच थमा दिया। लेकिन अंपायर ने ये फ़ैसला तीसरे अंपायर को दिया, अंपायर को शक़ था कि गेंद बल्ले के बाद जूते पर लगी है या फिर ज़मीन पर ? लेकिन रिप्ले में ये तो दिखा कि गेंद ने बल्ले के बाद ज़मीन को नहीं बल्कि जूते को छुआ, पर राहुल ने कैच लपकते वक़्त एक ग़लती कर दी। कैच लपकते वक़्त गेंद राहुल के हेलमेट के वाइज़र को छू गई, नियमानुसार इस परिस्थिति में फ़ैसला बल्लेबाज़ के पक्ष में जाता है। नियम 32 के मुताबिक़ शरीर को छोड़ कर किसी बाहरी चीज़ों से टकराकर गेंद अगर फ़ील्डर या कीपर लपकते हैं तो उसे वैध्य नहीं माना जाता है। इस पूरे घटनाक्रम को आप यहां देख सकते हैं, जिसे भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने फ़ेसबुक पेज पर भी साझा किया है: