राजस्थान (Rajasthan) में स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट में जमकर विवाद हो गया। 'तालिबान' (Taliban) नाम की एक टीम ने इस इवेंट में हिस्सा लिया। अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा करने के कारण तालिबान इस समय सुर्खियों में बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान के जैसलमेर जिला में भानीयाना गांव में टूर्नामेंट चल रहा था, जहां का क्रिकेट टूर्नामेंट सवालों के घेरे में आ गया। टूर्नामेंट के आयोजकों ने बताया कि गलती से तालिबान नामक टीम को शामिल किया गया था और फिर इवेंट से उसे हटा दिया गया।
आयोजक समूह के सदस्य ने टाइम्स नाउ के हवाले से कहा कि पहले मैच के बाद विवादित नाम वाली टीम को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। टीम पर पूर्ण बैन लगाया गया है।
सदस्य ने आगे बताया कि ऑनलाइन स्कोरिंग के कारण तालिबान नामक टीम को गलती से शामिल कर लिया गया। उन्होंने आयोजकों की तरफ से माफी मांगी और भरोसा दिलाया कि भविष्य में गलती दोहराई नहीं जाएगी।
तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेट के समर्थन का वादा किया
अनिश्चित्ता के बीच तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेट का समर्थन करने का भरोसा किया है। तालिबान के राजनीतिक ऑफिस और बातचीत करने वाली टीम के सदस्य अनस हक्कानी ने कुछ दिन पहले अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के सदस्यों से मुलाकात के बाद बयान दिया।
बैठक में कप्तान हशमतुल्लाह शाहीदी, पूर्व क्रिकेट बोर्ड चयन समिति चेयरमैन असादुल्लाह और नूर अली जदरान शामिल थे। बातचीत के दौरान हक्कानी ने भरोसा दिलाया कि अफगानिस्तान में क्रिकेटर्स की दिक्कत का विश्लेषण किया जाएगा। इससे पहले तालिबान के सदस्यों ने असगर स्तानिकजाई व पूर्व कप्तान नवरोज मंगल से मुलाकात की थी।
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद देश के दिग्गज क्रिकेटरों ने चिंता जाहिर की है। राशिद खान ने ट्विटर पर मदद की गुहार तक लगाई थी। इसके अलावा द हंड्रेड में राशिद खान ने गाल पर अफगानिस्तान का झंडा बनाकर अपना देशप्रेम दिखाया।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच वनडे सीरीज आयोजित होना थी, जो 2023 तक के लिए स्थगित कर दी गई है। अफगानिस्तान के इस साल टी20 विश्व कप में हिस्सा लेने पर संकट के बादल मंडराए हुए हैं।