IPL Franchises bidding for Hundred stakes: इंग्लैड क्रिकेट बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली द हंड्रेड टूर्नामेंट में पैसे लगाने के लिए कम से आधा दर्जन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी तैयार हैं। 18 अगस्त को पहली बोली सब्मिट करने की आखिरी तारीख थी और इसमें हिस्सा लेने वाले अधिकतर लोग भारतीय निवेशक हैं। इसमें भी खास तौर से IPL फ्रेंचाइजी के मालिकों ने ही रुचि दिखाई है।
ये बड़ी टीमें हैं पैसे लगाने की इच्छुक
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद, लखनऊ सुपर जॉयंट्स, मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स ने बोली लगाई है। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स के भी बोली लगाने का अनुमान जताया जा रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स ने खुद को इससे दूर रखा है। गुजरात टाइटंस के बारे में भी अभी कुछ साफ पता नहीं चला है। बोली लगाने का पहला राउंड होने की वजह से अभी निवेशकों को अपनी मनपसंद टीम चुनने के लिए नहीं बोला गया है।
किस फ्रेंचाइजी को कौन सी टीम चाहिए उसके बारे में दूसरे राउंड की बोली के बाद निर्णय लिया जाएगा और ऐसी उम्मीद है कि IPL की नीलामी संपन्न हो जाने के बाद ही ये हो पाएगा। ईसीबी अपनी एक टीम की कीमत 75 मिलियन पाउंड से 100 मिलियन पाउंड के बीच आंक रही है।
49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी ईसीबी
फिलहाल द हंड्रेड के 100 प्रतिशत हिस्सेदारी ईसीबी के पास है और बोर्ड आठों टीमों की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी में हैं। जिस भी निवेशक को हिस्सेदारी खरीदनी होगी उसे 40-50 मिलियन पाउंड के बीच खर्च करने पड़ सकते हैं। बचे हुए 51 प्रतिशत हिस्सेदारी उन काउंटी के पास रहेंगे जिनसे ये टीमें जुड़ी हुई हैं। निवेशकों को काउंटी के पास रहने वाली 51 प्रतिशत हिस्सेदारी को भी खरीदने का विकल्प दिया जाएगा।
ईसीबी का प्लान बची हुई हिस्सेदारी को उनके मेजबानों को देने का है जिससे कि नए निवेशकों और विश्व के कुछ सबसे बेहतरीन संस्थाओं के बीच एक अच्छी और लंबी साझेदारी बन सके। इस प्रक्रिया का एक हिस्सा यह भी होगा कि मेजबान भी अपने हिस्से का कुछ भाग नए निवेशकों को बेच सकेंगे।