ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) को इस वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) के शुरू होने से पहले वर्ल्ड चैंपियन बनने का सबसे प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा था, लेकिन भारत (Indian Cricket Team) के खिलाफ मुकाबले में उनको हार का सामना करना पड़ा और कुछ बड़ी कमियां भी उजागर हुईं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की सबसे बड़ी समस्या स्क्वाड में स्पिनर्स की कमी होना है। इस बार का वर्ल्ड कप भारत में हो रहा है और ऐसे में स्पिनर्स की भूमिका काफी अहम हो जाती है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप टीम में एडम ज़म्पा के रूप में सिर्फ एक ही स्पेशलिस्ट स्पिन गेंदबाज हैं। उनके अलावा टीम में ग्लेन मैक्सवेल भी स्पिन गेंदबाजी करते हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट उन्हें मुख्य स्पिनर की भूमिका देना चाह रही है और उन्हें दूसरा स्पिनर मान रही है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने बताई मैक्सवेल की सही भूमिका
इस समस्या के बारे में बात करते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा,
"स्पिनर्स को मदद करने वाली पिच पर ऑस्ट्रेलिया के लिए चीजें मुश्किल होगी, क्योंकि उनके पास सिर्फ एक मुख्य स्पिनर है। यह एक ऐसा विभाग है, जो ऑस्ट्रेलिया को नुकसान पहुंचा सकता है। एश्टन एगर का उपलब्ध ना होना और दूसरे स्पिनर को चुनने की परेशानी होना एक समस्या है। मैक्सवेल, मेरे हिसाब से एक गेंदबाजी ऑलराउंडर से ज्यादा बल्लेबाजी ऑलराउंडर हैं।"
उन्होंने आगे कहा,
"ऐसे में अब ऑस्ट्रेलिया को अपने पार्ट-टाइम स्पिनर्स पर निर्भर रहना होगा, और मैं वाकई में पार्ट-टाइमर्स पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहता। इस चीज में ऑस्ट्रेलिया को मुश्किलें हो सकती हैं। अगर आप भारत में खेल रहे हैं, तो आपको दो मुख्य स्पिनर्स को चुनना चाहिए। एगर का ना होना टीम के लिए एक नुकसान है।"
आपको बता दें कि चेन्नई में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच में भारत ने तीन मुख्य स्पिनर्स को प्लेइंग इलेवन में रखा था और उन्होंने मिलकर 6 विकेट चटकाए तथा बीच के ओवरों में ऑस्ट्रेलिया को आसानी से रन भी नहीं बनाने दिए।
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के पास सिर्फ एक मुख्य स्पिनर एडम ज़म्पा थे और दूसरे स्पिनर की भूमिका ग्लेन मैक्सवेल निभा रहे थे। ज़म्पा काफी महंगे रहे, जबकि मैक्सवेल ने बिना कोई विकेट लिए किफायती गेंदबाजी की।