न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी साइमन डूल (Simon Doull) का मानना है कि केन विलियमसन एंड कंपनी के खिलाफ भारतीय टीम (Indian Cricket Team) जीत की प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। डूल के मुताबिक कीवी टीम को तभी जीत मिल सकती है, जब उनको पहले बल्लेबाजी का मौका मिलेगा। आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 (CWC 2023) के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड का सामना भारत (IND vs NZ) से होना है। यह मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जायेगा।
क्रिकबज से बात करते हुए, साइमन डूल ने सेमीफाइनल में टॉस को दोनों ही टीमों के लिए अहम बताया। पूर्व खिलाड़ी का मानना है कि न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत मिल सकती है, क्योंकि वानखेड़े की पिच दिन में बल्लेबाजी के लिए बेहतर है, वहीं लाइट्स में शुरुआती 10 ओवरों में गेंद ज्यादा काफी स्विंग होती है। उन्होंने कहा,
न्यूजीलैंड के नजरिए से यह महत्वपूर्ण है कि वे पहले बल्लेबाजी करें। इसलिए टॉस जीतना दोनों टीमों के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। हमने देखा है कि मुंबई में पहले बल्लेबाजी करना अच्छा है, न्यूजीलैंड के दृष्टिकोण से, और भी अधिक। न्यूजीलैंड के लिए 300 रन के आसपास का लक्ष्य ऐसी चीज है जिसका बचाव वे कर सकते हैं अगर वे अच्छी गेंदबाजी करते हैं और भारत पर दबाव डालते हैं।
पिछले 12 सालों में नॉकआउट प्रदर्शन को कोई भी भारतीय फैन याद नहीं करना चाहेगा - साइमन डूल
भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड कप के पिछले दो संस्करण में नॉकआउट के नतीजे काफी निराशाजनक रहे हैं। पिछली बार 2019 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने ही सेमीफाइनल से भारत को बाहर का रास्ता दिखाया था। हालाँकि, मौजूदा वर्ल्ड कप के लीग स्टेज में भारत ने टॉप पर रहते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई है और उसके प्रदर्शन को देखते हुए हर कोई जीत का प्रबल दावेदार बता रहा।
भारतीय टीम ने लीग स्टेज में अपने सभी नौ विरोधियों को मात दी थी, जिसमें न्यूजीलैंड का नाम भी शामिल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने धर्मशाला में चार विकेट से जीत दर्ज की थी।
डूल का मानना है कि कोई भी भारतीय फैन पिछले 12 सालों में हुए नॉकआउट मुकाबलों के नतीजों को याद नहीं करना चाहेगा। उन्होंने कहा,
कोई भी भारतीय फैन यह याद नहीं रखना चाहता कि पिछले 12 वर्षों में नॉकआउट मैचों में क्या हुआ। लेकिन देखिए, भारत सेमीफाइनल में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा, वे टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में जाएंगे। न्यूजीलैंड को एक टीम के रूप में एकजुट होकर खेलने का रास्ता खोजना ही होगा।