दक्षिण अफ्रीका और भारत (SA vs IND) के बीच केपटाउन में खेला गया दूसरा टेस्ट मुकाबला महज दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया और इसके बाद से ही पिच को लेकर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भी इस पिच की काफी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि दो दिनों के टेस्ट क्रिकेट का कोई मतलब ही नहीं है।
भारतीय टीम ने केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में मेजबान साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से बुरी तरह हरा दिया। ये मुकाबला सिर्फ दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया। केपटाउन टेस्ट में सिर्फ 642 गेंदों का ही खेल देखने को मिला, जिसकी वजह से यह गेंदों के आधार पर अब तक का पूरा होने वाला सबसे छोटा मैच रहा। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 23.2 और भारत ने अपनी पहली पारी में 34.5 ओवर खेले। इसके बाद दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 36.5 ओवर खेलने में कामयाबी हासिल की, जवाब में भारत ने निर्धारित लक्ष्य को 12 ओवर में ही हासिल कर लिया।
दो दिनों के टेस्ट मैच का कोई मतलब हीं है - डेल स्टेन
मैच के बाद पिच को लेकर काफी चर्चा हो रही थी और डेल स्टेन ने भी ट्वीट करके अपनी राय दी। उन्होंने कहा,
हम पिच में क्रैक से इतना डरते क्यों हैं ? ऑस्ट्रेलिया में सिडनी और पर्थ की पिचों को अगर आप देखें तो वहां पर क्रैक्स इतने बड़े होते हैं कि आप उनके अंदर अपनी कार पार्क कर सकते हैं। इसके बावजूद वहां पर टेस्ट मुकाबला चौथे और पांचवें दिन तक जाता है। इसका कोई मतलब ही नहीं है कि ये मुकाबला इतना जल्दी खत्म हो गया और क्रैक का कहीं कोई संकेत भी नहीं मिला। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ता है, पिच टूटती जाती है लेकिन दो दिनों का टेस्ट मैच कोई टेस्ट मैच नहीं है।