पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) का मानना है कि रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को भारत की टेस्ट कप्तानी के दावेदारों में एक होना चाहिए। दाएं हाथ के गेंदबाज ने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में हुए टेस्ट मैच (BAN vs IND) में गेंद और बल्ले के साथ शानदार खेल दिखाया था और भारत की 2-0 से सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
आर अश्विन ने मीरपुर टेस्ट की आखिरी पारी में भारत के लिए मुश्किल समय में नाबाद 42 रन बनाये थे और आठवें विकेट के लिए श्रेयस अय्यर (29*) के साथ 71 रन जोड़ते हुए भारत को तीन विकेट से जीत दिलाई थी। अश्विन को उनके शानदार ऑलराउंड खेल के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया था।
कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि अश्विन को भारत की टेस्ट कप्तानी का उम्मीदवार होना चाहिए और वह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में काफी स्मार्ट हैं। उन्होंने कहा,
रविचंद्रन अश्विन को भारत की टेस्ट कप्तानी के उम्मीदवारों में से एक होना चाहिए। उनमें अभी काफी क्रिकेट बाकी है। वह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से काफी स्मार्ट और समझदार है। ऐसा लगता है कि जब वह मैदान में होते हैं तो लगातार सोचते रहते हैं।
पूर्व स्पिन गेंदबाज ने कहा कि जब भारत काफी दबाव में था तब अश्विन शांत थे और उन्होंने कई मौकों पर भारत को बचाया। पाकिस्तानी खिलाड़ी ने आगे कहा,
भारत काफी दबाव में था। रविचंद्रन अश्विन उस स्थिति में ठंडे और शांत थे, उन्होंने अपनी टीम को संभालने के लिए एक शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में योगदान से कई मौकों पर भारत को बचाया है।
अश्विन की पारी शतक से कम नहीं थी - दानिश कनेरिया
दानिश कनेरिया ने अश्विन की नाबाद 42 रनों की पारी की जमकर प्रशंशा की और कहा कि उस स्थिति में बांग्लादेश के खिलाफ उनकी पारी शतक से कम नहीं थी। दाएं हाथ के गेंदबाज ने कहा,
भारतीय टीम जब अतीत में अनिल कुंबले के बिना खेलती थी तो वह कमजोर दिखती थी और अश्विन के साथ भी ऐसा ही है। उनकी 42 रनों की पारी शतक बनाने के बराबर थी।