पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) ने कुछ दिन पहले घरेलू और टी20 क्रिकेट लीग्स में कोचिंग के लिए अनुमति देने को लेकर सिंध हाई कोर्ट में अपील की थी जिसे ठुकरा दिया गया। इसको लेकर अब कनेरिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कनेरिया ने कहा कि मैंने पूरी ईमानदारी से पाकिस्तान क्रिकेट की सेवा की है, मुझे मौका मिलना चाहिए।
कनेरिया ने सोशल मीडिया एप 'कू' (KOO) पर कहा कि मेरी अपील माननीय सिंध हाई कोर्ट ने ठुकरा दी। यह बिलकुल इंसानियत के आधार पर थी क्योंकि मेरी आय का साधन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। मैंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी ईमानदारी से सेवा की। मैं यह जानकार निराश हूँ कि रिहैब को लेकर डाली गई मेरी याचिका को ख़ारिज कर दिया गया। मैं भी इंसान हूँ, सभी को दूसरा मौका मिला है तो फिर मुझे क्यों नहीं? क्योंकि मैं अलग हूँ?
काउंटी क्रिकेट में अंडर परफोर्म के लिए लगे आरोपों के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने कनेरिया को आजीवन प्रतिबंधित किया है। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी कनेरिया के खिलाफ एक्शन लेते हुए ऐसा ही कदम उठाया है। आजीवन प्रतिबन्ध की वजह से कनेरिया न केवल खेल सकते हैं, बल्कि कोचिंग भी नहीं दे सकते। इस बारे में वह पहले भी कई बार कह चुके हैं कि मेरी आर्थिक स्थिति काफी खराब है और मुझे काम करने का मौका मिलना चाहिए।
कनेरिया ने इस मुद्दे को भी कई बार हाईलाइट किया है कि फिक्सिंग में फंसे कई पाकिस्तानी क्रिकेटरों का न केवल प्रतिबन्ध हटाया गया, बल्कि उनको टीम में खेलने का मौका भी मिला है। उनमें से मोहम्मद आमिर का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। वह पांच साल प्रतिबन्ध के बाद वापस आकर खेले थे। हाल ही में पाकिस्तान के अन्य खिलाड़ी उमर अकमल का प्रतिबन्ध भी हटाया गया है।