वेस्टइंडीज टीम से काफी समय से बाहर चल रहे अनुभवी बल्लेबाज डैरेन ब्रावो (Darren Bravo) ने रविवार को बड़ी घोषणा की और बताया कि उन्होंने क्रिकेट से दूरी बनाने का फैसला किया है। ब्रावो को हाल ही में घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ घोषित हुई वनडे सीरीज की टीम में नहीं चुना गया था।
अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए 122 वनडे मुकाबले खेल चुके डैरेन ब्रावो के नाम 30.18 की औसत से 3109 रन दर्ज हैं। हालाँकि, पिछले साल भारत के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मुकाबला खेलने वाले इस बल्लेबाज को दोबारा मौका नहीं मिला। घरेलू क्रिकेट में उनका हालिया फॉर्म शानदार था और उसी टूर्नामेंट के आधार पर शेन डाउरिच और केजोर्न ओटले वनडे स्क्वाड में वापसी करने में सफल रहे लेकिन ब्रावो को नजरअंदाज कर दिया गया।
उन्होंने सुपर50 कप में नौ मैचों की आठ पारियों में 83.20 की जबरदस्त औसत से 416 रन बनाये और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे टीम में चुने गए डाउरिच और ओटले की तुलना में ब्रावो का प्रदर्शन बेहतर रहा लेकिन चयनकर्ताओं ने उनको नहीं चुना था।
डैरेन ब्रावो ने इंस्टाग्राम पर राष्ट्रीय टीम से लगातार नजरअंदाज किये जाने पर निराशा जाहिर की और कहा कि चयनकर्ताओं से संवाद की कमी के कारण उन्हें 'बहुत अंधेरी जगह' पर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा,
मैंने सोचने के लिए कुछ समय लिया है और सोचा है कि एक क्रिकेटर के रूप में आगे बढ़ने के लिए मेरा अगला कदम क्या है। मेरे करियर के इस मोड़ पर यह आसान नहीं है या मुझे कहना चाहिए कि अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और खुद को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने की स्थिति में लाने के लिए ऊर्जा, जुनून, प्रतिबद्धता और अनुशासन को जारी रखने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है। किसी भी स्तर के संवाद के बिना मुझे एक बहुत ही अंधेरी जगह में छोड़ दिया गया है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने संन्यास नहीं लिया है लेकिन उन्होंने बताया कि अब वह कुछ समय के लिए क्रिकेट से दूरी बना रहे हैं। ब्रावो ने कहा,
इस समय तीन टीमें कई प्रारूपों और सीरीज में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। यह लगभग 40-45 खिलाड़ी हैं और अगर मैं अपने क्षेत्रीय टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा करने और रन बनाने के बाद इनमें से किसी भी टीम में नहीं हो सकता, तो वे साफ़ तौर पर मुझे संकेत दे रहे हैं। मैं हार नहीं मान रहा हूं, लेकिन मेरा मानना है कि थोड़ा सा दूर रहना और शायद एक युवा और उभरती हुई प्रतिभा के लिए कुछ जगह बनाना सबसे अच्छा है। मैं सभी को शुभकामनाएं देते हुए अपनी बात समाप्त करूंगा।
गौरतलब हो कि वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने भी अपने भाई डैरेन ब्रावो के ना चुने जाने पर काफी नाराजगी जताई थी और उन्होंने मौजूदा टीम मैनेजमेंट को निशाना बनाया था।