भारतीय टीम (Indian Team) को पहली बार टी20 सीरीज में हराकर श्रीलंकाई टीम (Sri Lankan Team) ने इतिहास रचा है। तीसरे टी20 में 7 विकेट से जीत दर्ज करते ही मेजबान टीम ने सीरीज पर कब्जा जमा लिया। श्रीलंकाई कप्तान दसुन शनाका इसे लेकर खुश नजर आए और कुछ अहम बातें कही। उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड का धन्यवाद भी किया।
शनाका ने कहा कि मुझे बीसीसीआई का धन्यवाद करना चाहिए। इन परिस्थितियों में उन्होंने खेलने पर सहमति जताई। राहुल द्रविड़ और शिखर धवन को विशेष धन्यवाद। यह पिछले कुछ वर्षों में हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मेरे पास (गेंदबाजी) विकल्प थे और बीच में उनका इस्तेमाल किया। (क्षेत्ररक्षण पर) केवल मैं ही नहीं, सभी लड़के वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। बांग्लादेश सीरीज से शुरू होने वाले पिछले तीन महीनों से वे जीत के लिए उत्सुक थे और वे विश्वस्तरीय बनना चाहते थे।
श्रीलंका के कप्तान ने आगे कहा कि चमीरा ने जिस तरह से शुरुआत की, वनिन्दु ने जिस तरह से प्रदर्शन किया, अकिला ने कैसा प्रदर्शन किया, धनंजय डी सिल्वा भी शांत थे और मुझे करुणारत्ने का जिक्र करना चाहिए। वह श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए एक रत्न है। सभी लड़कों ने सही काम किया। उन्होंने स्थिति को अच्छी तरह से संभाला और अपने दिमाग का बहुत अच्छा इस्तेमाल किया। मैं इस टीम का नेतृत्व करने के लिए भाग्यशाली हूं। जब एक कम स्कोर सेट किया जाता है और आपको सकारात्मक शुरुआत मिलती है, तो यह अच्छा है। हमारे खिलाड़ी युवा हैं और सीख रहे हैं, वे भविष्य में बेहतर होंगे।
गौरतलब है कि टी20 क्रिकेट में किसी द्विपक्षीय सीरीज में श्रीलंका ने अब तक भारत को नहीं हराया था लेकिन पहली बार उन्होंने ऐसा करते हुए इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम के खिलाफ 2009 में दोनों देशों के बीच एक टी20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। श्रीलंकाई टीम ने इस बार मिले मौके का पूरा फायदा उठाते हुए भारतीय टीम को पीछे धकेल दिया।
भारतीय टीम में पांच ही बल्लेबाज खेल रहे थे और उन सभी के बल्ले से रन नहीं निकलने की वजह से कुल स्कोर 81 रन तक पहुँच पाया। इसके बाद श्रीलंका के लिए मैच जीतना आसान हो गया था। उन्होंने आराम से इसे 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। वनिंदु हसारंगा को प्लेयर ऑफ़ द मैच और प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुना गया।