श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाड़ियों का कोरोना संक्रमित होना भारतीय टीम (Indian Team) के लिए भी घाटे का सौदा साबित हुआ है। सही समय पर सीरीज समाप्त होती तो कुछ भारतीय खिलाड़ियों के पास इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के लिए जाने का मौका रहता। पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल को इंग्लैंड भेजने की मांग भी उठ रही थी लेकिन अब ऐसा होना मुश्किल है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी दीप दासगुप्ता ने भी इस पर चिंता व्यक्त की है।
दासगुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि पिछले 7-10 दिनों से चल रहा है कि कुछ सलामी बल्लेबाज टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड जा सकते हैं। पडीक्कल और शॉ की बात चल रही है। इस देरी के बाद आप 29 तारीख तक श्रीलंका में हैं। फिर अगर आप 30 तारीख को निकलते हैं, तो 10 दिन का होटल क्वारंटाइन है। आप जैसे ही उतरते हैं, वैसे टेस्ट क्रिकेट खेलना मुमकिन नहीं है। इसलिए आपको तैयारी करने के लिए एक और सप्ताह की आवश्यकता होगी क्योंकि पडीक्कल और शॉ ने आखिरी बार रेड-बॉल क्रिकेट काफी समय पहले खेला था।
इंग्लैंड सीरीज से पहले भारत के ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर काफी बातें हुई हैं। इस प्रकार पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल को एक विकल्प के रूप में इंग्लैंड की उड़ान भरने की उम्मीद थी। लेकिन अब श्रीलंका सीरीज़ के रैप-अप में देरी ने टेस्ट के लिए उनकी उपलब्धता के सवालों को और बढ़ा दिया है।
हालांकि दोनों बल्लेबाजों में से किसी का चयन करने का अधिकार चयन समिति के पास है और वहां से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे में शत प्रतिशत नहीं कह सकते कि इंग्लैंड दौरे के लिए नए खिलाड़ी वहां जाएंगे। मयंक अग्रवाल पहले से वहां मौजूद हैं और वह टीम इंडिया के लिए ओपन कर चुके हैं। ऐसे में चयन समिति किसी भी तरह का फैसला लेने में जल्दीबाजी नहीं करना चाहती।