ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australia Cricket team) अगले साल फरवरी-मार्च में भारत दौरे पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए आएगी। पीटीआई ने बुधवार को खबर दी कि दिल्ली करीब पांच साल के बाद एक टेस्ट मैच की मेजबानी कर सकती है। इसमें आगे बताया गया कि अन्य टेस्ट अहमदाबाद, धर्मशाला या फिर चेन्नई, नागपुर या हैदराबाद में हो सकते हैं।
पीटीआई ने बीसीसीआई के अधिकारी के हवाले से कहा, 'दिल्ली चार में से दूसरे टेस्ट मैच की मेजबानी कर सकती है। जब दौरे और कार्यक्रम समिति अपनी बैठक करेंगे तब तारीखों की घोषणा होगी। धर्मशाला, जिसने अपना पहला और एकमात्र टेस्ट छह साल पहले 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आयोजित किया था, संभवत: तीसरे टेस्ट की मेजबानी करेगा।'
चेन्नई या नागपुर या हैदराबाद पहले टेस्ट की मेजबानी कर सकते हैं। अहमदाबाद में आखिरी टेस्ट हो सकता है। एक टेस्ट डे/नाइट होने की संभावना है। बीसीसीआई ने अब तक तीन डे/नाइट टेस्ट की मेजबानी की।
दिल्ली में आखिरी टेस्ट दिसंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ खेला गया था। बता दें कि अगले साल जून में लंदन के ओवल में फाइनल मुकाबले से पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की यह आखिरी सीरीज होगी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम 70 प्रतिशत अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर काबिज है। दक्षिण अफ्रीका (60 प्रतिशत) दूसरे, श्रीलंका (53.33) तीसरे और भारत (52.08) चौथे स्थान पर काबिज है।
ऑस्ट्रेलिया को इस साइकिल में 9 टेस्ट और खेलने हैं, जो कि अन्य सभी टीमों से सबसे ज्यादा हैं। इनमें से पांच टेस्ट दो सीरीज के अंतर्गत घर पर खेलने हैं।
अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घर में पांचों टेस्ट जीते जबकि भारत दौरे पर चारों टेस्ट हार जाए तो उसके प्रतिशत अंक गिरकर 63.16 हो जाएंगे। भारतीय टीम अपने बचे हुए 6 टेस्ट जीत जाती है तो वो ऑस्ट्रेलिया से आगे निकल जाएगी।
अगर ऑस्ट्रेलिया उन 9 मैचों में 6-3 का रिकॉर्ड रखती है तो उनके प्रतिशत सुधरकर 68.42 हो जाएंगे। इससे उसके फाइनल में क्वालीफाई करने के मौके मजबूत हो जाएंगे। भारतीय टीम अपने बचे हुए 6 टेस्ट जीत जाए तो उसके 68.06 प्रतिशत हो जाएंगे, जो ऑस्ट्रेलिया से बेहतर होंगे।