उत्तर प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने आगामी इंग्लैंड (England Cricket Team) सीरीज में मानसिक मजबूती सीखने के उपयोग के बारे में बातचीत की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरुरत पड़ेगी।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम की घोषणा कुछ समय पहले की गई, जिसमें 22 साल के ध्रुव जुरेल को भी चुना गया है। जुरेल इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच बेनोनी में खेले गए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट में 69 रन की उम्दा पारी खेली थी।
इसके बाद जुरेल ने केरल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 63 रन की पारी खेली। फिर इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अभ्यास मैच में केवल 38 गेंदों में 50 रन की विस्फोटक पारी खेली।
राजस्थान रॉयल्स की आधिकारिक वेबसाइट पर बातचीत करते हुए जुरेल ने बताया कि भारतीय टीम का हिस्सा बनकर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में वो क्या सीखना पसंद करेंगे।
जुरेल ने कहा, 'इस सीरीज से सबसे महत्वपूर्ण सीख यह लेना चाहूंगा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए मानसिक मजबूती को कैसे विकसित करते हैं। कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम से बुलावा आता है, लेकिन कुछ ही खिलाड़ी लंबा समय बिता पाते हैं। एक बार जब आप बड़े मंच पर लोगों की निगाहों में आते हैं तो आपके प्रदर्शन का लगातार जजमेंट किया जाता है। तो मैं वाकई जानना चाहता हूं कि कैसे ये खिलाड़ी बुरे दिनों में खुद को शांत रखते हैं। कैसे आलोचना और दबाव का सामना करते हैं। मैं इसे जरूर जानना चाहूंगा।'
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत 25 जनवरी से हैदराबाद में होगी। ध्रुव जुरेल को प्लेइंग 11 में जगह पाने के लिए केएस भरत से प्रतिस्पर्धा करनी होगी। भरत ने अब तक पांच टेस्ट खेले, जिसमें 18.42 की औसत से 129 रन बनाए और विकेट के पीछे 13 शिकार किए। वहीं ध्रुव जुरेल का फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड शानदार है, जिसमें 15 पारियों में एक शतक और पांच अर्धशतक जमाए। उनकी औसत 46 से ज्यादा की रही।