भारत (India) के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) यह जानकर हैरान हैं कि विराट कोहली (Virat Kohli) और उनके साथी इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला शुरू होने से पहले तीन सप्ताह की छुट्टी पर होंगे, क्योंकि खराब तैयारी के कारण उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। वेंगसरकर का मानना है कि भारत ने दो साल के डब्ल्यूटीसी चक्र में अच्छा खेला लेकिन फाइनल के लिए उनकी तैयारी आदर्श से बहुत दूर थी।
पीटीआई से बातचीत में वेंगसरकर ने कहा कि मुझे इस साइकिल के दौरान टेस्ट क्रिकेट देखने में बहुत मजा आया। भारत ने इस चक्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन फाइनल में उनकी खराब तैयारी की कीमत उन्हें चुकानी पड़ी। वे बिना किसी अभ्यास मैच के इस तरह के गेम में चले गए। दूसरी ओर न्यूजीलैंड टीम पहले ही दो मैच (इंग्लैंड के खिलाफ) खेल चुकी थी और मैच फिट थी।
इंग्लैंड के कार्यक्रम को लेकर वेंगसरकर हैरान
इंग्लैंड के खिलाफ 4 अगस्त से नॉटिंघम में शुरू होने वाले पांच टेस्ट मैचों के लिए 14 जुलाई को यूके में फिर से इकट्ठा होने से पहले भारतीय खिलाड़ियों के पास तीन सप्ताह का ब्रेक है। शेड्यूलिंग ने वेंगसरकर को चकित कर दिया है। वेंगसरकर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि हम इस तरह के यात्रा कार्यक्रम को कैसे देखते हैं। जहां आप बीच-बीच में छुट्टियां मनाने जाते हैं और फिर टेस्ट मैच खेलने वापस आते हैं। डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद एक सप्ताह का ब्रेक पर्याप्त था। बात यह है कि आपको लगातार खेलने की जरूरत है। मुझे आश्चर्य है कि इस यात्रा कार्यक्रम को मंजूरी दी गई थी।
साउथैम्पटन में विराट कोहली ने इरादे दर्शाने की बात कही थी, इसे लेकर वेंगसरकर ने कहा कि अगर वह इरादे की बात कर रहे हैं, तो टीम ने इस मैच के लिए ठीक से तैयारी क्यों नहीं की? तब इरादा कहाँ था? उन्हें कम से कम 2 चार दिवसीय मैच खेलने चाहिए थे। इन मैचों से ही आपको खिलाड़ी के मैच फिट होने की जानकारी मिलती है। तेज गेंदबाजों को अभ्यास मैचों से ही पता चलेगा कि उनको कितनी लम्बाई की गेंद डालनी है।