श्रीलंका के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) को बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान टाइम आउट के जरिए आउट करार दिया गया था। वहीं टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि मैथ्यूज एक तरकीब अपनाकर टाइम आउट से बच सकते थे। कार्तिक के मुताबिक मैथ्यूज को चाहिए था कि वो एक गेंद का सामना कर लेते और उसके बाद हेलमेट चेंज करते।
आईसीसी के वर्ल्ड कप मैचों के लिए नियम के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज विकेट गिरने के 120 सेकेंड के अंदर अगली गेंद खेलने के लिए तैयार नहीं होता है, तो उन्हें टाइम आउट अपील के जरिए आउट करार दिया जा सकता है। ऐसा ही कुछ क्रिकेट इतिहास में पहली बार श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज के साथ हुआ। एंजेलो मैथ्यूज मैदान में तो आ गए लेकिन मैदान में आने के बाद बिना एक भी गेंद का सामना किए बगैर उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट मंगवाया और इसी चक्कर में दो मिनट से ज्यादा हो गए। शाकिब अल हसन ने इसका फायदा उठाकर टाइम आउट की अपील कर दी और मैथ्यूज को तुरंत वापस पवेलियन लौटना पड़ा। इस घटना के बाद शाकिब अल हसन की काफी आलोचना हुई।
एंजेलो मैथ्यूज ने बिल्कुल नहीं सोचा होगा कि उनके साथ ऐसा होगा - दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान एंजेलो मैथ्यूज के टाइम आउट को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
अगर एंजेलो मैथ्यूज ने सिर्फ एक गेंद का सामना किया होता और उसके बाद हेलमेट मंगाते तो फिर कुछ नहीं हुआ होता। मुझे नहीं लगता है कि उस वक्त उनका दिमाग इस तरफ गया था। उन्होंने अपने सपने में भी नहीं सोचा था कि कोई उनके खिलाफ इस तरह से टाइम आउट की अपील कर देगा। सबसे जरूरी चीज तो यही है।
आपको बता दें कि एंजेलो मैथ्यूज ने इस घटना के बाद शाकिब अल हसन की काफी आलोचना की।