3 Indian players without odi century: क्रिकेट गलियारों में किसी भी बल्लेबाज के करियर का सबसे बड़ा और यादगार पल शतक बनाना होता है। हर एक बल्लेबाज जब इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखता है तो वो शतक बनाने का सपना जरूर देखता है। इंटरनेशनल स्तर पर शतक लगाने का सपना बहुत से क्रिकेटर पूरा कर चुके हैं, जिसमें वनडे फॉर्मेट में शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लंबी लिस्ट है। वहीं, जब वनडे में भारतीय बल्लेबाजों के शतक की बात करें तो जबरदस्त दबदबा देखने को मिलता है।
भारत के लिए एक से एक दिग्गज बल्लेबाज रहे हैं। क्रिकेट जगत में टीम इंडिया की खास पहचान उनके बल्लेबाजों से ही होती है। वनडे फॉर्मेट में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर ही मिलकर 100 के करीब शतक लगा चुके हैं, लेकिन भारतीय क्रिकेट में ऐसे भी बल्लेबाज हैं, जो अपने वनडे करियर में कभी शतक नहीं लगा पाए और रिटायर हो गए। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 प्रमुख भारतीय बल्लेबाजों का जिक्र करने जा रहे हैं।
3. वसीम जाफर
भारतीय घरेलू क्रिकेट में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वसीम जाफर का बड़ा नाम रहा है। इस दांए हाथ के बल्लेबाज ने घरेलू टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगाया। हालांकि, जाफर घरेलू क्रिकेट की सफलता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं दोहरा पाए। जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट और सिर्फ 2 वनडे खेले। वनडे में उनके नाम सिर्फ 10 रन ही रहे। इस तरह उनका करियर ज्यादा नहीं चला और वह रिटायर हो गए।
2. रॉबिन उथप्पा
टीम इंडिया में कदम रखते ही अपने पहले ही मैच मे ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी कर हर किसी के मन में छाप छोड़ने वाले पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा का करियर कुछ खास नहीं रहा। उथप्पा ने पहले ही वनडे मैच में शानदार पारी खेली लेकिन वह शतक से चूक गए। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 86 रन बनाए। लेकिन इसके बाद वो कभी भी शतक के करीब भी नहीं पहुंच सके। उथप्पा ने भारत के लिए 46 वनडे मैच खेले, जिसमें करीब 26 की औसत से 934 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 6 अर्धशतक देखने को मिले।
1. दिनेश कार्तिक
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने हाल ही में संन्यास की घोषणा कर दी। साल 2004 में टीम इंडिया में एंट्री करने वाले कार्तिक ने अपना अंतिम इंटरनेशनल मैच साल 2022 में खेला। भारत के लिए लगभग 18 साल के करियर के बावजूद उनके मैचों की संख्या ज्यादा नहीं रही। कार्तिक को सबसे ज्यादा मौके वनडे फॉर्मेट में ही मिले लेकिन उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं देखने को मिला। उन्होंने 94 मुकाबले खेले, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 79 रहा।