#2 मयंक अग्रवाल का चयन एकदिवसीय टीम में ना होना
मयंक अग्रवाल का चयन विजय शंकर के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम में किया गया। लेकिन उन्हें बिना मैच खिलाये ही टीम से बाहर भी कर दिया गया और विंडीज दौरे में जगह नहीं दी गई। यह अपने आप में कई सवाल उठाता है।अगर आपको मयंक अग्रवाल को टीम से बाहर ही करना था तो उन्हें वर्ल्ड कप में जगह क्यों दी गई? शायद अगर उनकी जगह रायडू को जगह दी जाती तो वह सन्यास भी नहीं लेते और आज इस बात पर चर्चा भी नहीं हो रही होती कि मयंक अग्रवाल को विंडीज दौरे पर क्यों नहीं भेजा गया? शायद यह छोटी-छोटी गलतियां चयनकर्ताओं के अपरिपक्व रवैया को दर्शाती है। चयनकर्ताओं का यह चयन कई सवाल तो उठता है, लेकिन शायद इसके पीछे कोई लंबी रणनीति हो जिस पर वह अभी से कार्य कर रहे हों, यह तो भविष्य में ही पता चलेगा।