भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और वेस्टइंडीज टीम के गेंदबाज ड्वेन ब्रावो भले ही अलग-अलग टीमों के लिए खेलते हो, लेकिन आईपीएल में ये दोनों खिलाड़ी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए नजर आते हैं। वहीं आईपीएल 2018 का फाइनल जीतने के बाद इन दोनों ही खिलाड़ियों धोनी और ब्रावो के बीच विकेट पर रेस हुई थी। वहीं अब ये बात सामने आ गई है कि ये रेस आखिर हुई क्यों थी। इस बात का खुलासा खुद ड्वेन ब्रावो ने किया है।
दरअसल, चेन्नई सुपरकिंग्स के इंस्टाग्राम पर पेज पर बातचीत के दौरान ड्वेन ब्रावो ने बताया कि आईपीएल-2018 के दौरान महेंद्र सिंह धोनी उन्हें लगातार बूढा कहकर चिढ़ाते थे। इसी के चलते ब्रावो ने माही को विकेट के बीच में रेस लगाने की चुनौती दे डाली थी। ब्रावो ने बातचीत के दौरान कहा कि वो पूरे सीजन के दौरान मुझे कहते रहे कि मैं एक बूढा हूं। मैं बहुत धीमा हूं। मैंने उन्हें कहा कि तुम्हें विकेट के बीच दौड़ के लिए चुनौती दूंगा। धोनी ने कहा कोई मौका ही नहीं है। मैंने कहा टूर्नामेंट खत्म होने के बाद मैं तुम्हें दौड़ के लिए चुनौती दूंगा। मैंने धोनी को कहा कि टूर्नामेंट के बीच में ये दौड़ नहीं करेंगे क्योंकि इससे पैरों की मांसपेशियां खिंच सकती हैं। आगे ब्रावो कहते हैं कि फाइनल मैच खत्म होने के बाद हमने दौड़ लगाई और काफी करीबी दौड़ थी। धोनी ने मुझे हरा दिया, लेकिन वो दौड़ शानदार रही। धोनी बहुत तेज थे।
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धोनी और ब्रावो काफी अच्छे दोस्त हैं और साथ ही सीएसके के लिए ये दोनों ही खिलाड़ी बेहद अहम भी हैं। वहीं बात अगर माही की फिटनेस की करें, तो उनकी फिटनेस कितनी जबर्दस्त है ये हर कोई जानता है। धोनी शानदार बल्लेबाज, विकेटकीपर तो हैं ही। साथ ही वो फिटनेस पर काफी मेहनत करने वाले खिलाड़ी भी हैं। विकेटों के बीच जब धोनी रन लेने दौड़ते हैं, तो उनके साथी खिलाड़ी की हालत देखने वाली होती है क्योंकि जहां एक रन होता है माही वहां दो रन लेते हैं। विकेटों के बीच तेज दौड़ लगाने का उनका ये अंदाज ही उनकी फिटनेस को बंया करता है। यही नहीं धोनी विकेटों के पीछे यानि विकेटकीपिंग करते हुए भी काफी तेज दौड़ते हैं।