भारत (Indian Cricket Team) और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में खेला जाना है और इसकी शुरुआत आज (12 अगस्त) से होगी। लॉर्ड्स का मैदान दुनिया भर में प्रसिद्द है और इस मैदान को टेस्ट क्रिकेट से जोड़कर देखा जाता है। इस मैदान पर खेलने का सपना दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ियों का होता है लेकिन उनमें से कुछ का ही यह सपना पूरा हो पाता है। लॉर्ड्स का मैदान इंग्लैंड के ऐतिहासिक मैदानों में से एक है। इस मैदान पर जब भी कोई बल्लेबाज शतक बनाता है या फिर कोई गेंदबाज पांच विकेट हासिल करता है तो उसका नाम लॉर्ड्स ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज हो जाता है।
बात की जाए भारतीय खिलाड़ियों की तो उनको भी इस मैदान में खेलना पसंद है और कई भारतीय खिलाड़ियों ने इस मैदान को अपना पसंदीदा मैदान भी बताया है। हालांकि भारतीय टीम का इस मैदान पर टेस्ट रिकॉर्ड बहुत ज्यादा अच्छा नहीं है और टीम को यहां खेले 18 टेस्ट में से मात्र दो में जीत तथा चार मैच ही ड्रॉ करवाने में कामयाबी हासिल हुयी है। इसके बावजूद इस मैदान पर भारतीय बल्लेबाजों ने कुछ यादगार पारियां खेली हैं और उन पारियों को अभी भी सराहा जाता है। इस आर्टिकल में हम उन 3 बेहतरीन पारियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों ने लॉर्ड्स में खेली हैं।
3 बेहतरीन पारियां जो भारतीय बल्लेबाजों ने लॉर्ड्स में खेली हैं
#3 अजिंक्य रहाणे (103), 2014
2014 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम ने पहला टेस्ट मैच ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की थी और इसके बाद उनकी अगली चुनौती लॉर्ड्स टेस्ट था। लॉर्ड्स में भारत को ग्रीन टॉप मिला और उन्हें पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया। भारत की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और टीम ने 86 के स्कोर तक 3 विकेट खो दिए थे। यहां से अजिंक्य रहाणे बल्लेबाजी करने आये और एक छोर पर डटे रहे।
रहाणे ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर शानदार बल्लेबाजी की और अपने टेस्ट करियर का एक यादगार शतक लगाया। अपनी इस पारी में उन्होंने 154 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के की मदद से 103 रन बनाये। बाद में इस मैच में भारतीय गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी के बाद भारत ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
#2 दिलीप वेंगसरकर (126*), 1986
लॉर्ड्स के मैदान पर भारत की तरफ से सबसे ज्यादा कामयाबी पाने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी दिलीप वेंगसरकर ने 1986 में भारत की लॉर्ड्स में पहली टेस्ट जीत पर अहम भूमिका अदा की थी। इस मैच में इंग्लैंड की पहली पारी 294 रन पर सिमट गयी थी। जवाब में भारतीय टीम एक समय 90 रन पर अपने दो विकेट गंवा चुकी थी और क्रीज पर अमरनाथ का साथ निभाने वेंगसरकर आये। भारत ने अपनी पहली पारी में 341 रन बनाये और इसमें वेंगसरकर की शानदार पारी का अहम योगदान रहा।
उन्होंने 213 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौकों की मदद से नाबाद 126 रन बनाये। वेंगसरकर की इस पारी की मदद से भारत ने पहली पारी में बढ़त हासिल की और इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 180 रन पर ढेर हो गयी तथा भारत को जीत के लिए 134 रन का टारगेट मिला। इस लक्ष्य को भारत ने 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया और इस ऐतिहासिक मैदान पर पहली टेस्ट जीत दर्ज की।
#1 सौरव गांगुली (131), 1996
भारतीय टीम के 1996 इंग्लैंड दौरे पर टीम को पहले मैच में 8 विकेट से हार मिली थी। ऐसे में टीम के लिए लॉर्ड्स में होने वाला अगला टेस्ट आसान नहीं था। भारत ने इस मैच में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को टेस्ट डेब्यू का मौका दिया। गांगुली ने अपनी डेब्यू पारी में ही धमाल मचाते हुए एक यादगार शतक लगाया और अपने डेब्यू को खास बनाया। भारत की पहली पारी में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने आये गांगुली ने 301 गेंदों पर 20 चौकों की मदद से 131 रन की लाजवाब पारी खेली।