एजबेस्टन टेस्ट (ENG vs IND) में भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। मैच के बाद भी भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर नहीं आई और उन पर धीमे ओवर रेट के कारण कार्रवाई हुई है। भारतीय टीम तय समय से दो ओवर पीछे थी। भारतीय टीम को सजा के तौर पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में दो अंक गंवाने पड़े और खिलाड़ियों पर भी मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
अंकों की कटौती के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा संस्करण में पाकिस्तान से नीचे चौथे स्थान पर पहुँच गई है। पाकिस्तान की टीम के 44 अंक है और उनका जीतने का प्रतिशत 52.38 है, जबकि भारतीय टीम के 75 अंक हैं लेकिन जीत का प्रतिशत 52.08 है।
मैच रेफरी डेविड बून ने भारत के खिलाफ कार्रवाई की है। मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम को तीसरी बार धीमे ओवर रेट के कारण अंक गंवाने पड़े हैं। इससे पहले भारतीय टीम नॉटिंघम में दो अंक और एक अंक सेंचुरियन टेस्ट में गंवाना पड़ा था।
आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है, खिलाड़ियों को उनके द्वारा निर्धारित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने वाले प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।
इसके अलावा, आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की खेल शर्तों के अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार, एक टीम को प्रत्येक ओवर शॉर्ट के लिए एक अंक का दंड दिया जाता है। नतीजतन, भारत के कुल अंकों में से दो डब्ल्यूटीसी अंक काट लिए गए हैं।
आपको बता दें कि एजबेस्टन टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 416 रनों का स्कोर खड़ा किया था। जवाबी पारी में खेलते हुए इंग्लिश टीम 284 पर आउट हो गई। इसके बाद भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 245 रन बनाए। इंग्लैंड ने 378 रनों का लक्ष्य जो रुट और जॉनी बेयरस्टो की नाबाद शतकीय पारियों की बदौलत अंतिम दिन के पहले सत्र में ही हासिल कर लिया।