जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को एजबेस्टन टेस्ट (IND vs ENG) में भारतीय टीम की कप्तानी करने का मौका मिला है। रोहित शर्मा के बाहर होने के बाद गुरुवार को बीसीसीआई (BCCI) ने इस बात की घोषणा की थी। बुमराह ने इससे पहले कहीं भी कप्तानी नहीं की। इस बीच मुंबई इंडियंस (MI) के हेड कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने जसप्रीत बुमराह को अहम सलाह दी है। जयवर्धने के मुताबिक तेज गेंदबाज को गेंदबाजी करते समय कप्तानी के बारे में नहीं सोचना चाहिए और पूरा ध्यान अपनी गेंदबाजी पर लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कप्तानी की जिम्मेदारी बाद में निभा सकते हैं, जब वह गेंदबाजी ना कर रहे हों।
नियमित टेस्ट कप्तान कोविड-19 की वजह से एजबेस्टन टेस्ट का हिस्सा नहीं हैं। उन्हें लीसेस्टरशायर के खिलाफ अभ्यास के दौरान ही कोविड हो गया था। इसके बाद मैनेजमेंट ने कई दिन तक इंतजार किया लेकिन रोहित रिकवर नहीं हो पाए। इसी वजह से तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई, जो भारत के 36वें टेस्ट कप्तान बने।
उन्हें सिर्फ अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देने की जरूरत है - महेला जयवर्धने
बुमराह कप्तानी के मामले में अनुभवहीन हैं लेकिन जयवर्धने का मानना है कि टीम में कई सीनियर खिलाड़ी हैं, जो उनका मार्गदर्शन कर सकते हैं। आईसीसी रिव्यु शो में उन्होंने कहा,
उनके पास टीम में कुछ सीनियर खिलाड़ी भी हैं। विराट निश्चित रूप से बीच में उनकी और बाकी लड़कों की भी मदद करेंगे। उन्हें कप्तानी के बारे में तभी सोचना है जब वह गेंदबाजी न कर रहे हों। जब वह गेंदबाजी कर रहे हों तो उन्हें सिर्फ अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देने की जरूरत होती है। वह जानते हैं कि ऐसी स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए। उन्हें शायद कुछ हॉटस्पॉट्स में फील्डिंग करनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि वह निर्णय ले रहे हों।
इसके अलावा जयवर्धने ने यह भी कहा कि जसप्रीत बुमराह वर्कलोड और दबाव को मैनेज करने में सक्षम होते हैं, तो वह लम्बे समय के लिए टेस्ट कप्तान बन सकते हैं।