पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने कहा है कि भारतीय टीम (Indian Team) प्रबंधन को ऋषभ पन्त को सफेद गेंद वाले क्रिकेट में उनके हालिया प्रदर्शन के बावजूद समर्थन देना चाहिए। प्रज्ञान ओझा ने पूरी तरह से पन्त का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने साबित किया है कि वह अकेले मैच जिता सकते हैं।
ओझा ने क्रिकबज से बातचीत करते हुए कहा कि जब ऋषभ पन्त रन बनाते हैं, तो उनके द्वारा खेले जाने वाले अपरंपरागत शॉट देखने में बहुत आनंददायक लगते हैं। हालांकि, वह कई मौकों पर ऐसा करने की कोशिश में आउट भी हो जाते हैं। यही उनकी शैली है। उनको मौके देने चाहिए क्योंकि उन्होंने साबित किया है कि वह अकेले दम पर मैच जिता सकते हैं।
पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने भी इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे पन्त ने अपनी प्रभावशाली पारियों से टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि 24 वर्षीय खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट में स्वतंत्र रूप से खेलने में सक्षम है क्योंकि इस प्रारूप में अक्सर एक आक्रमणकारी फील्ड सेटिंग होती है। गौरतलब है कि ऋषभ पन्त ने इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज के पांचवें मुकाबले में शतकीय पारी खेली थी और वह तूफानी अंदाज में खेले थे। हालांकि सफेद गेंद क्रिकेट में आते ही उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई। इंग्लैंड के खिलाफ समाप्त हुए दूसरे वनडे मुकाबले में भी वह फ्लॉप रहे। पन्त अपना खाता भी नहीं खोल पाए। सफेद गेंद क्रिकेट में पिछले कुछ समय से वह संघर्ष करते हुए दिखाई दिए हैं।
गौरतलब है कि इंग्लैंड और भारत के बीच तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज में दोनों टीमों को एक-एक जीत दर्ज करने का मौका मिला है। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। रविवार को होने वाले अंतिम मुकाबले से पता चलेगा कि सीरीज कौन जीतेगा।