ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) टेस्ट क्रिकेट में बेहतर खेलते हैं और इंग्लैंड (England) के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। पहले दिन ऋषभ पन्त ने शतकीय पारी खेली। वह सबसे तेज टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए। इस मामले में पन्त ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया।
ऋषभ पन्त ने तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए महज 89 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। उनसे पहले महेंद्र सिंह धोनी के नाम सबसे तेज टेस्ट शतक वाले भारतीय विकेटकीपर का रिकॉर्ड दर्ज था। धोनी ने साल 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में 93 गेंदों में शतक पूरा किया था।
इसके अलावा पन्त ने एक कैलेंडर वर्ष में दो शतक जड़ने वाले विकेटकीपर बल्लेबाजों की लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया। उनसे पहले बुद्धि कुंदरन, महेंद्र सिंह धोनी और ऋद्धिमान साहा ने ऐसा किया था। पन्त के टेस्ट करियर का यह पांचवां शतक था। इसके अलावा इंग्लैंड की धरती पर यह उनका दूसरा टेस्ट शतक था।
पन्त अपनी पारी में 146 रन बनाकर आउट हो गए। इसके लिए उन्होंने 111 गेंदों का सामना किया। अपनी पारी में उन्होंने 20 चौके और 4 छक्के जड़े। वह अपनी तूफानी पारी खेलकर जो रूट की गेंद पर आउट हो गए।
पन्त और रविन्द्र जडेजा ने टीम इंडिया को मुश्किल स्थिति से निकालकर बेहतरीन स्कोर तक पहुंचा दिया। भारतीय टीम 5 विकेट 98 रनों पर ही गंवा चुकी थी। इस समय पन्त और जडेजा ने मोर्चा संभाला और इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। दोनों ने मिलकर छठे विकेट के लिए 200 से ज्यादा रनों की भागीदारी की। पन्त ने शतक जमाया और जडेजा ने अर्धशतक जड़ा। दोनों ने टीम इंडिया को एक मजबूत स्थिति की ओर पहुंचा दिया।