इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट (ENG vs IND) के लिए भारत ने अपने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बाहर बिठाकर तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को मौका दिया। उम्मीद थी कि यह गेंदबाज इंग्लिश परिस्थितियों में कारगर साबित होगा लेकिन इस मैच के पहले चार दिनों में उनकी गेंदबाजी बिलकुल ही साधारण रही है। मैच के चौथे दिन शार्दुल के गेंदबाजी प्रदर्शन को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने भी निराशा व्यक्त की है।
बर्मिंघम टेस्ट में भारतीय टीम पर हार का खतरा मंडरा रहा है। मैच के चौथे दिन भारतीय टीम ने इंग्लैंड को जीत के लिए 378 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में इंग्लिश बल्लेबाजों ने अभी तक शानदार खेल दिखाया और अंतिम दिन मैच जीतने के लिए 119 रनों की दरकार है। जो रूट 76 और बेयरस्टो 72 रन बनाकर खेल रहे हैं।
इस मैच में शार्दुल ठाकुर ने इंग्लैंड की पहली पारी में 7 ओवर में 48 रन खर्च करते हुए एक विकेट हासिल किया था। वहीं दूसरी पारी में वह इतने ही ओवरों में 33 रन खर्च कर चुके हैं और उनके खाते में कोई भी सफलता नहीं है।
गति में कमी की वजह से शार्दुल प्रभावी नहीं हुए - आकाश चोपड़ा
अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किये गए वीडियो में, आकाश चोपड़ा ने समझाया कि आखिर क्यों चौथे दिन शार्दुल ठाकुर असरदार साबित नहीं हुए। उन्होंने कहा,
यह इस समय इंग्लैंड के पक्ष में 55-45 है। लेकिन जिस तरह से गेंद रिवर्स हो रही थी और हमारे गेंदबाजी आक्रमण की गुणवत्ता, शार्दुल ने जिस तरह से गेंदबाजी की, उससे मैं व्यक्तिगत रूप से निराश महसूस कर रहा था। वह लगभग 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे, जो अब घटकर 130 किमी प्रति घंटे हो गई है। जब आपकी गति 10 किमी प्रति घंटे कम हो जाती है तो वह दृढ़ता और प्रभावशीलता दूर हो जाती है।