England Poor Performance In ODI Cricket : भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है, जिसमें इंग्लैंड का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। टीम को पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ चुका है। अब देखने वाली बात होगी कि वो तीसरे वनडे मैच में जीत हासिल कर पाते हैं या नहीं। चैंपियंस ट्रॉफी के आगाज से पहले हर एक टीम अपनी तैयारियों को धार देने में लगी हुई है। ऐसे में इंग्लैंड की भी यही कोशिश है कि इस टूर्नामेंट से पहले अपनी लय हासिल की जाए। हालांकि पिछले कुछ सालों में वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड के जो आंकड़े रहे हैं, उससे उनकी चिंता जरूर बढ़ गई होगी।
दरअसल इंग्लैंड ने इयोन मोर्गन की कप्तानी में 2019 का वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। टीम का यह पहला वर्ल्ड कप था। इसके बाद से ही यह कयास लगाए जाने लगे थे कि शायद इंग्लैंड अब वनडे के और बड़े टूर्नामेंट जीतेगी लेकिन स्थिति ऐसी नहीं रही। जैसे ही इयोन मोर्गन ने संन्यास लिया वैसे ही इंग्लैंड की हालत एक बार फिर से 2015 वर्ल्ड कप वाली हो गई। जोस बटलर की कप्तानी में खासकर इंग्लैंड का प्रदर्शन उतना ज्यादा अच्छा नहीं रहा।
जोस बटलर की कप्तानी में इंग्लैंड का वनडे में रिकॉर्ड नहीं रहा है बढ़िया
जोस बटलर जबसे इंग्लैंड के कप्तान बने हैं, तब से इंग्लैंड ने 44 वनडे मुकाबले खेले हैं। इस दौरान टीम को 17 मैचों में जीत मिली है और 25 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। सबसे ज्यादा मैच जीतने के मामले में इंग्लैंड की टीम नामीबिया, अमेरिका और स्कॉटलैंड जैसी टीमों से भी पीछे रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वनडे फॉर्मेट में टीम का रिकॉर्ड कितना खराब रहा है।
इंग्लैंड ने इयोन मोर्गन की कप्तानी में ताबड़तोड़ क्रिकेट खेलना शुरु किया था। इसकी वजह से उन्हें काफी सफलता भी हाथ लगी थी। ब्रेंडन मैक्कलम ने भी अपनी कोचिंग में इस चीज को काफी बढ़ावा दिया। हालांकि अब ऐसा लगता है कि इंग्लैंड के लिए उनका 'बैजबॉल' काम नहीं आ रहा है। भारत के खिलाफ भी पहले दो वनडे मैचों में टीम के कई बल्लेबाजों को शुरुआत मिली लेकिन वो उसका फायदा नहीं उठा पाए।