भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ के बाद सभी की नज़र इन 2 देशों के बीच होने वाली वनडे सीरीज़ पर आ टिकी है। भारत ने कंगारुओं के ख़िलाफ़ 2-1 से टेस्ट सीरीज़ पर कब्ज़ा जमाया है और अब उसकी नज़र 50 ओवर की सीरीज़ जीतने पर है। वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया की कोशिश है कि वो वर्ल्ड कप 2019 से पहले अपने रिकॉर्ड को बेहतर करे।
3 मैचों की वनडे सीरीज़ 12 से 18 जनवरी तक खेली जाएगी। आने वाले वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए ये सीरीज़ दोनों ही टीम के लिए काफ़ी अहम है। मेहमान और मेज़बान की कोशिश है कि वो वर्ल्ड कप 2019 से पहले लय में आ जाए।
दोनों ही टीम ने अपने खिलाड़ियों का एलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों में अनुभव की कमी साफ़ देखी जा सकती है। कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आए हैं जिनमें उसमान ख़्वाजा, नाथन ल्यॉन और पीटर सिडल प्रमुख हैं। वहीं दूसरी तरफ़ टीम इंडिया संतुलित नज़र आ रही है।
हम यहां उन 5 खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं जिन पर भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज़ के दौरान सभी की नज़र रहेगी।
#5 ख़लील अहमद
ख़लील अहमद टीम इंडिया के उभरते हुए युवा खिलाड़ी हैं। वो भारतीय राष्ट्रीय टीम में आने से पहले भारत अंडर-19 टीम का हिस्सा रह चुके हैं। 21 साल के इस गेंदबाज़ ने एशिया कप 2018 के दौरान अपना हुनर दुनिया के सामने पेश किया था। बाएं हाथ के इस गेंदबाज़ ने हांगकांग के ख़िलाफ़ अपने पहले मैच में 3 विकेट हासिल किए थे।
ख़लील अहमद ने अब तक सिर्फ़ 6 वनडे मैच में शिरकत की है और 24.00 की औसत से 11 विकेट अपने नाम किए हैं। स्पिनर के लिए अनुकूल पिच पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है और अब वो तेज़ और बाउंस करने वाले पिच पर अपना कमाल दिखाने के लिए तैयार है। वो इस सीरीज़ के ज़रिए टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं।
#4 नाथन लायन
नाथन लायन को वनडे सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल करना हैरत की बात है क्योंकि उन्होंने काफ़ी लंबे वक़्त से वनडे मैच नहीं खेला है। साल 2018 में वो महज़ 2 वनडे मैच में शामिल हुए थे। इस ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ को टेस्ट क्रिकेट का विशेषज्ञ कहा जाता है। 84 टेस्ट मैच में लायन ने 339 विकेट हासिल किए हैं। हांलाकि वनडे में उनका रिकॉर्ड कुछ ख़ास नहीं रहा है। उन्होंने 15 मैच में 18 विकेट हासिल किए हैं। अब लायन को ये साबित करना है कि वो वनडे के लिए बेहतर खिलाड़ी हैं या नहीं।
#3 अंबाती रायडू
अंबाती रायडू भारतीय क्रिकेट के ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें उनके हुनर के हिसाब से कम मौके मिले हैं। वो घरेलू सर्किट में लगातार बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं, लेकिन वो कभी भी टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। हांलाकि वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में उन्होंने वापसी की थी। उस सीरीज़ की 4 पारियों में उन्होंने 217 रन बनाए थे। वो अब तक वनडे की 40 पारियों में 1447 रन बना चुके हैं, जिनमें 3 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। उम्मीद है कि वो टीम इंडिया में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करेंगे।
#2 उस्मान खवाजा
उस्मान ख़वाजा को कंगारू टीम में शामिल करने का फ़ैसला चौंकाने वाला है क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए काफ़ी वक़्त से कोई वनडे मैच नहीं खेला। उन्होंने अपना आख़िरी वनडे मैच जनवरी 2017 को खेला था। उस्मान अब तक वनडे क्रिकेट में ख़ुद को साबित करने में नाकाम रहे हैं। वनडे की 17 पारियों में उन्होंने महज़ 469 रन बनाए हैं, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं। उस्मान ख़्वाजा के लिए ये सुनहरा मौका है कि वो वनडे में अपने रिकॉर्ड में सुधार करें।
#5 महेंद्र सिंह धोनी
इस बात में कोई शक नहीं है कि एमएस धोनी टीम इंडिया के अब तक के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हैं। उन्हें दुनिया का सबसे शानदार फ़िनिशर कहा जाता है, लेकिन 2018 का साल उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का सबसे बुरा दौर रहा। उन्होंने पिछले साल 13 पारियों में महज़ 275 रन बनाए, जिसमें एक भी अर्धशतक शामिल नहीं था। हांलाकि विकेट के पीछे उन्होंने ज़बरदस्त खेल दिखाया। उन्होंने साल 2018 में 27 शिकार किए जिसमें 17 कैच और 10 स्टंपिंग शामिल थे। इस सीरीज़ में उनका प्रदर्शन ये तय करेगा कि वो 2019 वर्ल्ड कप के लिए कितने तैयार हैं।
लेखक- अब्दुल रहमान
अनुवादक- शारिक़ुल होदा