दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के लिए एक अच्छी खबर आई है। उनका अपनी पत्नी आयेशा मुखर्जी से तलाक हो गया है और इसको दिल्ली के पटियाला हाउस कॉम्पेक्स के फैमिली कोर्ट से भी मंजूरी मिल गई है। कोर्ट ने स्वीकार किया कि आयशा ने धवन को उनके बेटे से सालों तक अलग रख कर मानसिक पीड़ा दी।
फैमिली कोर्ट के जज हरीश कुमार ने तलाक की अर्जी में धवन द्वारा अपनी पत्नी के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया। अपने आदेश में अदालत ने कहा कि धवन की पत्नी ने या तो लगाए गए आरोपों का विरोध नहीं किया या उनके पास इनका कोई जवाब नहीं था।
शिखर धवन और आयेशा मुखर्जी की शादी साल 2012 में हुई थी। इन दोनों का एक बेटा भी है, जिसका नाम जोरावर है। शिखर को अपने बेटे से काफी ज्यादा प्यार है और वह उसके साथ अक्सर मस्ती करते देखे जाते थे। हालाँकि, 2021 में आयेशा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से तलाक की खबर का खुलासा किया और इसके बाद जोरावर को भी धवन से दूर कर दिया।
जोरावर की स्थाई कस्टडी को लेकर कोर्ट ने नहीं सुनाया कोई फैसला
कोर्ट में शिखर और आयेशा के बेटे जोरावर की स्थायी कस्टडी को लेकर अभी कोई फैसला नहीं सुनाया है लेकिन उन्होंने भारतीय बल्लेबाज को थोड़ी राहत दी है। कोर्ट ने धवन को भारत और ऑस्ट्रेलिया (जहाँ आयेश मुखर्जी रहती हैं) में उचित अवधि के लिए अपने बेटे से मिलने और वीडियो कॉल पर उससे बातचीत करने का अधिकार दिया।
कोर्ट ने आयशा को आदेश दिया कि वह बच्चे को शैक्षणिक कैलेंडर के दौरान स्कूल की आधी छुट्टियों में धवन और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मुलाकात और रात भर रहने के उद्देश्य से भारत लाएं। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता शिखर धवन एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। उनका एक नागरिक और एक जिम्मेदार पिता के रूप में भी अधिकार है।
आपको बता दें कि शिखर धवन मौजूदा समय में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। उन्हें पिछले साल टीम से ड्रॉप कर दिया गया था और वर्ल्ड कप के लिए भी भारतीय स्क्वाड में नहीं चुना गया है।