लम्बे समय के बाद पाकिस्तानी टीम (Pakistan Team) में आकर फवाद आलम (Fawad Alam) ने अलग छाप छोड़ी है। वह दस साल तक टेस्ट नहीं खेले थे लेकिन वापस आने के बाद कुछ शतकीय पारियां लगाकर खुद के चयन को सही साबित किया है। फवाद आलम ने अलग-अलग देशों में जाकर टेस्ट शतक जड़ने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक आलम ने कहा कि मैं हमेशा अपने देश के लिए प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं। मैं हमेशा ऐसा प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं जिससे टीम को फायदा हो। मुझे उम्मीद है कि मैं जिस तरह से वर्तमान में हूं, वैसा प्रदर्शन जारी रख सकता हूं। पांच अलग-अलग देशों में पांच शतक बनाना मेरे लिए सम्मान की बात है। एक खिलाड़ी के रूप में आप अपने देश के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। मैं भविष्य में भी अपने देश के लिए जहां भी हो, बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करूँगा।
दस साल से भी ज्यादा समय के बाद टीम में वापस आकर इंग्लैंड के खिलाफ आलम ने जीरो का स्कोर किया लेकिन बाद में वह बेहतरीन तरीके से वापस आए और असफलता को खुद पर हावी नहीं होने दिया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापस आने के बाद फवाद आलम ने न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे, वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़े। तीन शतक उन्होंने विदेशी जमीन पर लगाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में बाबर आजम के साथ फवाद आलम भी बेहतर रहे। उन्होंने इस दौरान 17 चौकों के साथ अपना पांचवां टेस्ट शतक जमाया। चौथे विकेट के लिए उन्होंने बाबर के साथ मिलकर 158 रन जोड़े। पाक टीम ने फवाद आलम की शतकीय पारी के कारण पहली पारी में स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया था। इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज को 109 रन से हराकर सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त की।
फवाद आलम ने उस साझेदारी के बारे में कहा कि बाबर हमारे वर्ल्ड नम्बर वन बल्लेबाज है और उस साझेदारी ने मैच ही बदल दिया जिसकी टीम को भी जरूरत थी। इससे हम मैच में वापस आए और हमें जीत भी मिली।