भारतीय कप्तान कोहली भी मानते हैं कि असली क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट है। कोहली ने हाल हीं में एक बयान में कहा है कि युवा खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। कोहली ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट आपको मानसिक रुप से मजबूत बनाता है। इसलिए अगर युवा टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान दें तो वो आगे चल कर मैदान में मानसिक रुप से ज्यादा सक्षम नजर आ सकते हैं, जिससे उनके खेल पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
कोहली की यह चिंता कहीं लगातार हो रहे रहे लीग और उसमें खेल रहे युवा क्रिकेटरों को लेकर तो नहीं है, क्योंकि पहले आईपीएल की जद में क्रिकेट में ग्लैमर परवान चढ़ा तो बाद में बीपीएल, पीएसएल, बीबीएल, सीपीएल एक के बाद एक ताबड़तोड़ लीग ने युवा और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को अपना हुनर दिखाने का मंच प्रदान किया।
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यह मंच खिलाड़ियों और क्रिकेट के लिए फायदेमंद भी है। लेकिन इन सब आयोजनों से अगर किसी चीज का नुकसान हुआ तो वो है टेस्ट क्रिकेट का, खिलाड़ियों ने न जाने कितनी बार टेस्ट क्रिकेट की घटती लोकप्रियता पर अपनी चिंता जाहिर की लेकिन बीसीसीआई का इस ओर कभी भी ध्यान नहीं गया। राहुल द्रविड भी टेस्ट की घटती लोकप्रियता को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं, और अब कोहली भी युवाओं को टेस्ट मैच खेलने का सुझाव दे रहे हैं।
चूंकी बीसीआई को आईपीएल में ग्लैमर और पैसा दिखता है, सो आईपीएल देश में किसी कारण न भी हो तो उसे विदेश में फौरन शिफ्ट कर दिया जाता है। हालांकि इस बार आईपीएल देश में हीं हो रहा है। हालिया दिनों में क्रिकेट बदला है, और टेस्ट क्रिकेट की जगह फटाफट क्रिकेट ने तेजी से ली है, तभी तो आज बल्लेबाज यदि 70 के स्ट्राइक रेट से खेलता है तो भी वह फैंस को धीमा खेलता हुआ नजर आता है।
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लेकिन आधूनिकता के साथ कदम मिलाने का मतलब भविष्य को पचाना कतई नहीं होता। सो जरुरत आन पड़ी की टेस्ट मैचों को लेकर कुछ तो नया किया जाए। आईसीसी ने भी माना था कि यदि टेस्ट क्रिकेट को लेकर कुछ नहीं किया गया और इसमें रोमांच न डाला गया तो आने वाले दिनों में टेस्ट मैच न कोई देखना चाहेगा और न ही खेलना। इसलिए आईसीसी ने 9 देशों की टेस्ट चैंपियनशिप कराने का प्रस्ताव रखा है। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेव रिचर्डसन ने कहा कि इस चैंपियनशिप में 4 दिनों के टेस्ट मैच कराने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये चैंपियनशिप 2019 विश्व कप के आद आयोजित किए जाएंगे।
इससे पहले रिचर्डसन ने कहा की "टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के बारे में चर्चाओं के दौरान यह स्पष्ट हो गया था कि अगर इसके फॉर्मेट को लेकर कुछ नहीं किया गया तो टेस्ट क्रिकेट का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
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