अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को दो विश्वकप दिलाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को आईसीसी ने क्रिकेट के सबसे बड़े खिताब से नवाजा है। उन्हें बुधवार को आईसीसी क्रिकेट हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। आईसीसी क्रिकेट हाल ऑफ फेम में शामिल और तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा ने उन्हें स्मृति चिन्ह के तौर पर कैप सौंपी।
पोंटिंग को यह सम्मान देने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबॉर्न में चल रहे तीसरे टेस्ट के पहले दिन चायकाल के दौरान यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। पोंटिंग को पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ और इंग्लैंड की महिला विकटकीपर बल्लेबाज क्लेरी टेलर के साथ जुलाई में डब्लिन में आईसीसी वार्षिक सम्मेलन के दौरान आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल करने की घोषणा की गई थी।
पोंटिंग 25वें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, जिन्हें इस सूची में शामिल किया गया है। वहीं टेलर 7वीं और इंग्लैंड की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया गया है। द्रविड़ से पहले जिन भारतीय क्रिकेटरों को आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है उनमें बिशन सिंह बेदी, सुनील मनोहर गावस्कर, कपिल देव और अनिल कुंबले हैं। कुंबले को 2015 में हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था। इस सूची में शामिल सदस्यों और मीडिया के जरिए हॉल ऑफ फेम के लिए किसी नए क्रिकेटर को चुना जाता है।
पोंटिंग ने कैप हासिल करने के बाद कहा कि यह अद्भुत अहसास है। इस सम्मान के एमसीजी पर मिलने से उनके लिए यह और भी विशेष हो गया है। उन्हें आज पता चला कि वह उन 25 आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में शामिल हूं जो इसमें शामिल हैं।'
उन्होंने कहा कि जब आप आस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते हो तो आप खिलाड़ियों के एलीट ग्रुप में शामिल हो जाते हो, लेकिन आईसीसी हाल ऑफ फेम का हिस्सा बनने से आप अधिक एलीट क्रिकेटरों के समूह का हिस्सा बन जाते हो। ऐसे में यह सम्मान उनके लिए बहुत विशेष है।पोंटिंग ने 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इस 44 वर्षीय बल्लेबाज ने 168 टेस्ट मैचों में 13,378 रन और 375 वन-डे में 13,704 रन बनाए। उनके नाम पर 17 टी-20 इंटनेशनल में 401 रन दर्ज हैं।
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