भारत और श्रीलंका के बीच सीमित ओवरों के प्रारूप की सीरीज की घोषणा सौरव गांगुली ने मई में की थी और बताया था कि यह दौरा जुलाई में खेला जायेगा। हालांकि तब सबके मन में यही सवाल था कि प्रमुख खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम यह दौरा कैसे करेगी लेकिन बीसीसीआई ने एक नयी टीम को राहुल द्रविड़ को बतौर कोच बनाकर भेजी और इस टीम की कमान शिखर धवन को सौंपी गयी। 18 जुलाई से शुरू हुए इस दौरे में भारत ने वनडे सीरीज जीती लेकिन उसे टी20 सीरीज में हार मिली। पूर्व टेस्ट क्रिकेटर यजुरविंदर सिंह ने अपनी राय देते हुए इस दौरे को भारतीय टीम के लिहाज से बेकार बताया और कहा कि इससे केवल श्रीलंका को आर्थिक फायदा हुआ है।
यजुरविंदर सिंह ने इस दौरे को बेकार बताया तथा साथ ही यह भी कहा कि आईपीएल खेलने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा करने में बहुत फर्क होता है।
यजुरविंदर सिंह ने News18 से बातचीत में कहा कि श्रीलंका का दौरा, जिसमें तीन वनडे और इतने ही टी20 शामिल थे, भारत के लिए बेकार रहा है। यह पूरी तरह से बीसीसीआई की तरफ से आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे श्रीलंका को मदद करने के लिए था। मुश्किल के समय में अपनी पड़ोसी की मदद करने की सराहना की जाती है लेकिन किसी को यह महसूस करना होगा कि राष्ट्रीय गौरव और प्रतिष्ठा दांव पर है।
भारत के श्रीलंका दौरे का पूरा हाल
भारत और श्रीलका के बीच दौरे की शुरुआत 13 जुलाई को होनी थी लेकिन श्रीलंका के कैंप में कोरोना के मामलों की वजह से इसे 18 जुलाई से शुरू किया गया। भारत ने पहला वनडे आसानी से जीता और दूसरे वनडे में दीपक चाहर ने भारत को रोमांचक जीत दर्ज करने में मदद की। हालांकि श्रीलंका ने आखिरी वनडे में शानदार खेल दिखाया और भारत को क्लीन स्वीप से रोक दिया।
बात की जाये टी20 सीरीज की तो पहले मैच को छोड़कर पूरी सीरीज में श्रीलंका का दबदबा रहा।पहले टी20 मैच को छोड़कर भारत अन्य दो मैचों में संघर्ष करता रहा और श्रीलंकाई गेंदबाजों के सामने बेबर नजर आये। श्रीलंका ने टी20 सीरीज के आखिरी दोनों मैच जीतकर 12 साल बाद भारत के खिलाफ टी20 सीरीज जीत हासिल की।