पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन चौहान का 73 साल की उम्र में निधन हो गया। चेतन चौहान पिछले महीने कोरोना संक्रमित हुए थे, इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चेतन चौहान की किडनी भी फेल हो गई थी। भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने के बाद चेतन चौहान ने राजनीति में सफलता प्राप्त की।
कोरोना संक्रमित होने के बाद जुलाई में चौहान को लखनऊ के पीजीआई में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उनकी तबियत में सुधार नहीं होने के कारण गुडगाँव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। किडनी फेल होने के बाद चेतन चौहान को लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी वेंटिलेटर पर रखा गया था। वह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में होमगार्ड मंत्री थे। क्रिकेट की दुनिया से निकलने के बाद चेतन चौहान सांसद बनकर राजनीति के गलियारों में पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद उन्हें मंत्री बनाया गया था।
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चेतन चौहान ने दो प्रारूप खेले
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चेतन चौहान ने 40 टेस्ट मैचों के अलावा 7 एकदिवसीय मुकाबले भी खेले थे। भारतीय टीम के लिए खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में चेतन चौहान ने 2 हजार से ज्यादा रन बनाए। हालांकि वनडे क्रिकेट में उनका करियर ज्यादा नहीं चला और महज 7 मैच ही उन्हें खेलने को मिले।
चेतन चौहान रिटायरमेंट के बाद राजनीति में आए लेकिन कई बार उन्हें कमेंट्री में भी देखा गया है। 1991 में सांसद बनने के बाद 1998 में भी चेतन चौहान सांसद बनकर आए। सरल और सौम्य स्वभाव के धनी चेतन चौहान के क्रिकेट जगत में भी कई अच्छे दोस्त रहे हैं। उनके जाने से क्रिकेट और राजनीति दोनों को अपूरणीय क्षति हुई है।
गुडगाँव के मेदान्ता अस्पताल में चेतन चौहान वेंटिलेटर पर जीवन का संघर्ष कर रहे थे लेकिन अतं में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।