Nawab Mansoor Ali Khan and Sharmila Tagore love Story: भारतीय क्रिकेटर्स की प्रेम कहानियां खूब सुनने को मिलती हैं लेकिन ज्यादातर बॉलीवुड एक्ट्रेस के साथ जुड़ी रहती हैं। विराट कोहली, समेत कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी रहे, जिन्होंने बॉलीवुड एक्ट्रेस से शादी रचाई। हालांकि कुछ खिलाड़ियों को अपना प्यार पाने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े। इसी कड़ी में आज आपको क्रिकेट जगत की मशहूर जोड़ी मंसूर अली खान पटौदी की लव स्टोरी के बारे में बताएंगे। कैसे इन्होंने अपना प्यार पाने के लिए दिन-रात एक कर दिए थे और आखिरी में शादी करके ही राहत ली।
पहली नजर में शर्मिला से हो गया था प्यार
साल 1965 में भारतीय क्रिकेटर नवाब मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की मुलाकात एक कॉमन दोस्त के जरिए हुई थी। दोनों ही अपने क्षेत्र में शानदार काम कर रहे थे। जहां शर्मिला उस समय टॉप की एक्ट्रेस थीं, वहीं नवाब मसंरू अली खान क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर रहे थे। पहली नजर में ही मंसूर अली खान को शर्मिला से प्यार हो गया था और इसके बाद उन्होंने इस बॉलीवुड एक्ट्रेस के साथ अपनी जिंदगी बिताने का फैसला ले लिया था। हालांकि उन्हें शर्मिला को राजी करने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े थे।
नवाब से शादी करने के लिए शर्मिला ने बदला धर्म
एक इंटरव्यू के दौरान इन दोनों की बेटी सोहा अली खान ने बताया था कि शर्मिला को मनाने के लिए पहले तो नवाब पटौदी ने सात रेफ्रिजरेटर भेजे। लेकिन जब इससे बात नहीं बनी तो करीब चार साल तक उन्होंने शर्मिला को गुलाब के फूल भेजे, तब उन्हें प्यार का एहसास हुआ और उन्होंने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। एक साथ रहने के बाद दोनों ने आपसी सहमति से शादी करने का निर्णय लिया था। मंसूर अली खान और शर्मिला टैगोर दोनों ही अलग-अलग धर्म से थे, जिसकी वजह से शादी में ये भी एक रोड़ा बन गया था।
जब नवाब ने अपने घर पर शादी करने की बात रखी तो उनकी मां ने शर्त रख दी थी कि शर्मिला इस्लाम अपनाएंगी तभी दोनों की शादी हो सकती है, इसके लिए शर्मिला राजी भी हो गईं। नवाब से शादी करने के लिए शर्मिला आयशा सुल्तान बन गईं। इसके बाद दोनों ने 27 दिसंबर 1968 को शादी कर ली।