पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (Imran Nazir) ने एक बेहद ही सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया है कि उन्हें मारने के लिए धीमा जहर दिया गया था और इसी वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा और आठ से 10 साल तक उनके ज्वॉइंट्स का इलाज चला। इमरान नजीर के मुताबिक उन्हें 'मर्करी' दी गई थी जिसे उन्होंने धीमा जहर करार दिया है। नजीर ने कहा कि उन्हें ये भी डर था कि कहीं वो बिस्तर ना पकड़ लें।
इमरान नजीर की अगर बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान के लिए 8 टेस्ट, 79 वनडे और 25 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले थे। वो अपने जमाने के काफी विस्फोटक बल्लेबाज थे और अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। हालांकि निरंतरता के साथ प्रदर्शन नहीं कर पाने की वजह से वो उतने सफल नहीं हो पाए।
मुझे धीमा जहर दिया गया था - इमरान नजीर
नादिर अली के पोडकास्ट पर बातचीत के दौरान इमरान नजीर ने कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने कहा कि उन्हें जहर दिया गया था। नजीर ने कहा,
हाल ही में जब मेरा इलाज हुआ तो फिर एमआरआई स्कैन समेत कई सारी जांच के बाद एक स्टेटमेंट आया कि मुझे 'मर्करी' नाम का जहर दिया गया था। ये एक धीमा जहर होता है जो आपके ज्वॉइंट्स में पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचाता है। आठ से 10 सालों तक मेरे सभी ज्वॉइंट्स का इलाज हुआ, क्योंकि उनको काफी नुकसान पहुंचा था। 6-7 सालों तक मैं काफी परेशान रहा और इस दौरान अल्लाह से यही दुआ मांगता रहा कि ऐसा मत करना कि मैं बिस्तर पकड़ लूं और शुक्र है कि ऐसा नहीं हुआ। मुझे काफी लोगों पर शक हुआ लेकिन मैंने कब क्या खाया इसके बारे में पता नहीं था। क्योंकि ये जहर तुरंत काम नहीं करता है, बल्कि धीरे-धीरे अपना असर दिखाता है। हालांकि जिसने ये किया उनके लिए मैंने कभी बुरा नहीं सोचा। क्योंकि मारने वाले से ज्यादा बेहतर बचाने वाला होता है।