पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) के पूर्व अध्यक्ष निजाम सेठी ने कहा है कि पीएसएल के बचे हुए बीस मैचों के लिए विदेशी खिलाड़ियों ने पाकिस्तान आने से मना कर दिया। कोरोना वायरस के बढ़ते हुए केसों को देखते हुए उन्होंने मना किया है। यही कारण है कि पीसीबी ने यूएई को बचे हुए मैचों के लिए एक विकल्प के रूप में देखा है।
एक पाकिस्तानी अख़बार से बातचीत करते हुए सेठी ने कहा कि नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (NCOC) की ओर से पिछली अनुसूची के अनुसार PSL मैच आयोजित करने की अनुमति पीसीबी के लिए एक बड़ा मुद्दा नहीं होनी चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान का दौरा करने के लिए तैयार नहीं हैं, जो वैश्विक कोविड -19 संकट की पृष्ठभूमि में कई देशों की रेड सूची में शामिल है।
सेठी ने यह भी कहा कि अगर पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी प्रधानमंत्री के पास जाते हैं, तो यह मुश्किल नहीं होगा। उनके लिए कराची में शेष मैच आयोजित करने के लिए एनसीओसी की अनुमति प्राप्त करना कठिन नहीं होगा।
पीएसएल कोरोना से रुका था
उल्लेखनीय है कि पीसीबी और सभी छह पीएसएल फ्रेंचाइजी ने शुक्रवार को एक वर्चुअल बैठक की और दुबई को नए स्थल के रूप में पसंद किया। एनसीओसी ने अभी इस पर अपना निर्णय नहीं लिया है, और यह जानते हुए भी यूएई में टूर्नामेंट के मैच आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है।
पीएसएल का छठा सीजन सफलतापूर्वक 20 फरवरी से 2 मार्च तक कराची में जारी रहा। सके बाद कोरोना के मामले बायो बबल में देखने को मिले। यह टूर्नामेंट इतनी सफलतापूर्वक चल रहा था कि 24 फरवरी को पीसीबी के अनुरोध पर एनसीओसी ने स्टेडियम में 50 प्रतिशत दर्शकों को भी अनुमति दी। हालांकि बाद में कोरोना के मामले बढ़ने पर पीसीबी ने टूर्नामेंट को स्थगित करते हुए आगे कराने का निर्णय लिया।