श्रीलंका क्रिकेट टीम (Sri Lanka Cricket Team) के पूर्व क्रिकेटर दिलहारा लोकुहेटिगेको आईसीसी एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने आईसीसी एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन का दोषी पाया और उनके ऊपर आठ साल का कड़ा बैन लगाया गया है। लोकुहेटिज का प्रतिबंध 3 अप्रैल 2019 से माना जाएगा। इस समय के दौरान उन्हें अस्थायी रूप से सस्पेंड किया गया था। पूरी सुनवाई के बाद ट्रिब्यूनल ने इस चालीस वर्षीय मध्यम तेज गेंदबाज को दोषी माना।
लोकुहेटिगेको कई धाराओं में दोषी माना गया। उन्हें आर्टिकल 2.1.1, 2.1.4, 2.4.4 का दोषी माना गया। इस 40 साल के खिलाड़ी को टी10 लीग में करप्शन नियमों का उल्लंघन करने के लिए अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने भी आरोपित किया था। इसके बाद आईसीसी ने भी आरोप सिद्ध होने पर उन्हें अब सजा सुनाई है।
आईसीसी के इंटीग्रिटी यूनिट के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने के बाद लोकुहेटिगे ने एंटी करप्शन से जड़े कई मामलों में भाग लिया और उन्हें यह भी पता था कि वह नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रतिबन्ध की तीव्रता उनके अपराध की गंभीरता दर्शाती है। उन्होंने लगातार आरोपों को लेकर सहयोग नहीं किया और इनसे इनकार करते रहे। उनकी सजा भ्रष्टाचार नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के लिए मिशाल होनी चाहिए।शुरुआत में उन्हें 2018 में उनके भ्रष्टाचार-विरोधी कोड के तीन मामलों में ईसीबी द्वारा आरोपित किया गया था, और बोर्ड ने उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। अबुधाबी में टी10 लीग का मामला होने के कारण अमीरात क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन नियम भी इसमें लागू होते हैं इसलिए पहले ईसीबी की तरफ से आईसीसी ने इस खिलाड़ी पर आरोप लगाए थे।
आईसीसी ने शुरुआत में लोकुहेटिगे को तीनआरोपों में अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। इसके बाद इस साल जनवरी में उनका दोष साबित हो गया था।