पूर्व भारतीय खिलाड़ी गौतम गंभीर ने रवि शास्त्री को लेकर बयान दिया है। गौतम गंभीर ने शास्त्री के उस बयान की आलोचना की है जिसमें उन्होंने टीम को नम्बर एक बताया था। गौतम गंभीर का कहना है कि राहुल द्रविड़ होते तो इस तरह का बयान नहीं देते। गौतम गंभीर ने कहा कि टीम के बारे में अन्य लोगों को बात करनी चाहिए।
टाइम्स नाऊ नवभारत से बातचीत करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि एक बात जो मुझे आश्चर्यजनक लगी, वह यह कि जब आप अच्छा खेलते हैं, तो आप आमतौर पर इसके बारे में शेखी नहीं बघारते हैं। यह ठीक है अगर दूसरे इसके बारे में बात करते हैं। जब हमने 2011 का विश्व कप जीता था, तो किसी ने यह कहते हुए बयान नहीं दिया कि यह टीम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।
गंभीर ने आगे कहा कि जब आप जीतते हैं, तो दूसरों को इसके बारे में बात करने दें। आप ऑस्ट्रेलिया में जीते, इसमें कोई शक नहीं कि यह एक बड़ी उपलब्धि है। आप इंग्लैंड में जीते और अच्छा प्रदर्शन किया, इसमें भी कोई शक नहीं। दूसरों को आपकी प्रशंसा करने दें। राहुल द्रविड़ के ऐसे बयान आपने नहीं सुने होंगे। भारत चाहे अच्छा खेले या बुरा, उनके बयान हमेशा संतुलित रहेंगे।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने यह भी कहा कि राहुल द्रविड़ का पूरा ध्यान खिलाड़ियों को इंसान बनाने पर सबसे ज्यादा रहेगा। आप अच्छा खेलें या बुरा, विनम्रता बहुत जरूरी है।
गौरतलब है कि हाल ही में भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में रवि शास्त्री की सेवाएँ समाप्त हुई है। ऐसे में राहुल द्रविड़ को टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। राहुल द्रविड़ के कोच बनने के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के शुरूआती टी20 मैचों में भारत ने जीत दर्ज करते हुए सीरीज कब्जा ली है। द्रविड़ ने अंडर 19 और भारत ए के लिए भी बेहतरीन तरीके से काम किया था। इन सबके बीच रोहित शर्मा की कप्तानी भी देखने लायक रही है। फील्ड पर टीम को लीड करने के अलावा रोहित ने बल्ले से भी कुछ ऐसा ही किया है।