भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपनी घरेलू सहायिका का अंतिम संस्कार किया। कोरोना वायरस महामारी के असर को रोकने के लिए हुए लॉक डाउन के कारण उनकी घरेलू सहायिका का पार्थिव शरीर ओडिशा उनके घर पर नहीं पहुंच पाया।
बीजेपी के लोकसभा सदस्य गौतम गंभीर ने अपने कर्मचारी सरस्वती पात्रा को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से श्रद्धांजलि दी, जो पिछले 6 साल से उनके आवास पर काम कर रही थी।
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गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा,'मेरे बच्चों की देखभाल करने वाली घरेलू सहायिका नहीं हो सकती। वह परिवार का हिस्सा थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा फर्ज था।'
38 वर्षीय गंभीर ने आगे लिखा,'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि व्यक्ति किसी भी जाति, धर्म, वर्ग, सामाजिक दर्जे का हो, सम्मान का हकदार है। इसी से हम बेहतर समाज और देश बना सकते हैं। ओम शांति।' मीडिया रिपोर्ट की मानें तो 49 वर्षीय पात्रा ओडिशा के जाजपुर जिले की रहने वाली थी।
सरस्वती पात्रा कुछ दिनों पहले सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती हुई थीं और लंबे समय से मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रही थीं। 21 अप्रैल को इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गौतम गंभीर की सराहना की।
बता दें, टीम इंडिया के लिए गौतम गंभीर ने टेस्ट में 58 मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने 42 की औसत से 4154 रन बनाए हैं जबकि 147 वनडे मैचों में उन्होंने 5238 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं इस बल्लेबाज ने 37 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 932 रन बनाए है। गौतम गंभीर साल 2007 और साल 2011 विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं। इतना ही नहीं इस खिलाड़ी ने आईपीएल में भी अपना जलवा दिखाया है और इस खिलाड़ी ने 154 मैचों में 4217 रन बनाए है और अपनी टीम कोलकाता को आईपीएल का खिताब भी दिलवाया है।