भारतीय टीम (Indian Team) में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश काफी समय से रही है। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा है कि टीम इंडिया को इस तलाश से आगे बढ़ जाना चाहिए। भारत ने हाल ही में वेंकटेश अय्यर को भी टीम में खिलाया था लेकिन इसका असर भी देखने को नहीं मिला। गंभीर का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने से पहले इन खिलाड़ियों को घरेलू स्तर पर तैयार करना चाहिए।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में गंभीर ने कहा कि अगर आपके पास कुछ नहीं है, तो इसके लिए मत जाओ। आपको स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा। कोशिश मत करो और कुछ बनाओ जो तुम नहीं बना सकते, यही वह जगह है जहां समस्या है। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट किसी को तैयार करने के लिए नहीं बल्कि पहुंचाने के लिए है। ग्रूमिंग डोमेस्टिक और इंडिया ए लेवल में होती है। जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो आपको वहां जाने और सीधे प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
गंभीर ने आगे कहा कि हम कपिल देव के समय से एक ऑल राउंडर की तलाश कर रहे हैं। इससे आगे बढ़ते हुए रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ी विकसित करो ताकि वे खेलने के लिए तैयार रहें। उनको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वहां से लेकर आओ और जल्दी बदलाव भी मत करो। हमने विजय शंकर, शिवम दुबे और वेंकटेश अय्यर जैसे कई खिलाड़ी देखे हैं। हमें इससे आगे बढ़ना होगा।
गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या भी बतौर तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर भारतीय टीम में आए थे लेकिन अब चोट के बाद वह गेंदबाजी करने में सक्षम नज़र नहीं आ रहे। वह लगातार चोटों की वजह से प्रदर्शन भी उस स्तर का करने में सफल नहीं रहे हैं। हालांकि पांड्या अपनी फिटनेस पर अब कार्य कर रहे हैं।