भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल से जुड़ा एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि एम एस धोनी (Dhoni) ने उनसे कहा था कि वो कोई जल्दबाजी ना दिखाएं और पहले अपना शतक पूरा कर लें। गंभीर के मुताबिक धोनी ने उनसे कहा था कि मैं रिस्क लूंगा और तुम अपना शतक पूरा कर लो।
2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को जीत दिलाने में गौतम गंभीर का काफी बड़ा योगदान रहा था। 275 रनों के टार्गेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर के विकेट काफी जल्दी गंवा दिए थे। इसके बाद विराट कोहली और गौतम गंभीर ने पारी को संभाला था। दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की बेहतरीन साझेदारी की थी। विराट कोहली के आउट होने के बाद गौतम गंभीर ने एम एस धोनी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए भी 109 रन जोड़े थे।
एम एस धोनी चाहते थे कि मैं 100 रन बनाऊं - गौतम गंभीर
हालांकि गौतम गंभीर 97 रन बनाकर आउट हो गए थे। उन्होंने आगे बढ़कर बड़ा शॉट लगाना चाहा लेकिन इसी चक्कर में क्लीन बोल्ड हो गए थे। अब गौतम गंभीर ने अपनी उस पारी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि धोनी ने उनसे कहा था कि वो पहले अपना शतक पूरा कर लें। गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान कहा,
एम एस धोनी ने मुझे काफी सपोर्ट किया था क्योंकि वो चाहते थे कि मैं 100 रन बनाऊं। वो हमेशा मेरा शतक पूरा होते देखना चाहते थे। उन्होंने मुझसे कहा कि अपना टाइम लो और शतक बनाओ। अगर जरूरत पड़ी तो रन गति को मैं आगे बढ़ा दूंगा।
आपको बता दें कि एम एस धोनी ने 91 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को वर्ल्ड कप जिताया था। वहीं गौतम गंभीर की पारी की भी काफी सराहना की जाती है।