सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को लेकर पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ये कोच और सेलेक्टर्स का काम होता है कि वो किसी भी खिलाड़ी का फोकस बनाएं रखें। गंभीर के मुताबिक कोच का काम सिर्फ थ्रोडाउन देना नहीं होता है बल्कि उसे एक प्लेयर को संभालना भी होता है और सही दिशा दिखानी होती है।
पृथ्वी शॉ की अगर बात करें तो काफी समय से वो इंडियन टीम से बाहर चल रहे हैं। पृथ्वी शॉ काफी समय से निरंतर घरेलू क्रिकेट में रन बनाते आ रहे हैं। अपने प्रदर्शन को देखते हुए शॉ को पूरी उम्मीद थी कि टीम इंडिया में जल्द उनकी वापसी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शॉ ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 25 जुलाई, 2021 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इसके बाद से ही उन्हें मौके की तलाश है।
मैनेजमेंट और सेलेक्टर्स का काम होता है कि वो खिलाड़ियों को सही राह दिखाएं - गौतम गंभीर
पृथ्वी शॉ को साल 2019 में डोपिंग में लिप्त पाया गया था और उसके बाद उन्हें सस्पेंड भी किया गया था। गौतम गंभीर के मुताबिक ये सेलेक्टर्स और कोचिंग स्टाफ का काम है कि वो पृथ्वी शॉ जैसे बेहतरीन खिलाड़ी को सही राह दिखाएं और उन्हें भटकने ना दें। स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने कहा,
कोच वहां पर किसलिए हैं ? चयनकर्ता वहां पर किसलिए हैं ? वो वहां पर केवल टीम का चयन करने या थ्रो डाउन करने के लिए नहीं हैं बल्कि उनका काम प्लेयर्स को मैच के लिए तैयार करवाना भी है। आखिर में सेलेक्टर्स, कोच और मैनेजमेंट ही इन खिलाड़ियों की मदद करते हैं। हम सबको पता है कि पृथ्वी शॉ के पास कितना टैलेंट है। ऐसे में उनको सही ट्रैक पर लाया जाना चाहिए और मैनेजमेंट का काम यही होता है।