टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने इस बार लोकसभा चुनाव में नहीं लड़ने का फैसला किया है। गौतम गंभीर ने एक ट्वीट के जरिए ये ऐलान किया है कि वो इस बार का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। गंभीर अब अपना ध्यान पूरी तरह से क्रिकेट पर लगाना चाहते हैं और इसी वजह से वो इस बार के चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे।
गौतम गंभीर ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर इलेक्शन लड़ा था और जीते भी थे। हालांकि इस बार वो चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे। गंभीर अपना पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाना चाहते हैं। दरअसल गौतम गंभीर को आईपीएल में केकेआर का कोच बनाया गया है। आईपीएल का आयोजन लोकसभा चुनावों के दौरान ही होगा। ऐसे में गंभीर के सामने दुविधा की स्थिति पैदा हो गई थी और शायद यही वजह है कि उन्होंने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
मैं अपना ध्यान क्रिकेट पर लगाना चाहता हूं - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि वो क्रिकेट पर फोकस करने के लिए राजनीति छोड़ रहे हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,
"मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय गृह मंत्री को हृदय से धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर दिया। जय हिन्द!"
आपको बता दें कि गौतम गंभीर ने सांसद रहते हुए भी क्रिकेट में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की थी। वो आईपीएल में दो साल तक लखनऊ सुपर जायंट्स टीम के मेंटर रहे। इसके अलावा कई सीरीज और टूर्नामेंट्स के दौरान कमेंट्री भी की। उन्होंने लेजेंड्स लीग क्रिकेट में भी हिस्सा लिया था।