क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ सिलेक्टर जॉर्ज बेली (George Bailey) ने आने वाले समय में अलग-अलग कोच बनाने की ओर इशारा कर दिया है। बेली का मानना है कि जैसे-जैसे समय बदलता है और चीजे बदलती हैं, उसे देखते हुए अलग-अलग कोच बेहतर रिजल्ट दे सकते हैं।
एशेज सीरीज के बाद कोचिंग का विषय सुर्खियों में आ सकता है। जस्टिन लैंगर, जिनका कॉन्ट्रैक्ट जून 2022 में समाप्त हो रहा है, उन्होंने इसे आगे बढ़ाने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान पैट कमिंस लैंगर की कोचिंग के भविष्य को लेकर किये गए सवालों से बचते हुए नजर आये।
जॉर्ज बेली का मानना है कि स्प्लिट कोचिंग पर विचार किया जा सकता है क्योंकि हर प्रारूप एक बेहतरीन कोचिंग स्किल्स मांगता है। इस समय की स्थिति और लगातार सफलता हासिल करने को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने पर्थ नाउ को बताया,
मुझे लगता है कि हमेशा कुछ ऐसा देखा जा सकता है। कोच कौन है, कप्तान कौन है यह इस पर निर्भर करता है कि कितने खिलाड़ियों की टीमों में आपका मिश्रण कैसा है। आगे आने वाले समय में काफी क्रिकेट खेलना है, वर्ल्ड कप आ रहा है? वे सभी चीजें अलग-अलग चुनौतियां प्रदान करती हैं।
ऑस्ट्रेलिया के मार्च-अप्रैल में एक साथ पाकिस्तान और न्यूजीलैंड में रहने की संभावना है, जहां पाकिस्तान के खिलाफ तीनों प्रारूपों में मैच खेले जाने हैं, वहीं कीवी टीम के खिलाफ टी20 मैच होंगे। हालांकि लैंगर की कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया ने अपना टी20 वर्ल्ड कप इसी साल जीता था, लेकिन सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनकी कोचिंग सवालों के घेरे में रही है।
मुझे अपने काम से प्यार है - जस्टिन लैंगर
लैंगर ने पहले कहा था कि वह अपनी काम से प्यार करते है और स्प्लिट कोचिंग में विश्वास नहीं रखते है। टीम इस समय अच्छा प्रदर्शन कर रही है। ऐसे में वो टीम को और ऊँचाइयों पर ले जाना चाहते है।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के हवाले से लैंगर ने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी अलग तरीके से नहीं सोचा। पिछले चार सालों से मैंने जो कहा है उसी हिसाब से मैंने काम किया है। मुझे अपने काम से प्यार है। इसमें कोई शक नहीं है की इस समय लड़के अच्छा कर रहे है। यह एक शानदार टीम है। इसलिए, मेरे नजरिये से कुछ भी नहीं बदला है।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग टी20 कोच के रूप में काफी सफलता हासिल की है। अगर बोर्ड अलग कोच के बारे में विचार करता है तो वह एक विकल्प बन सकते हैं।