ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के जबरदस्त ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने लम्बे समय से टेस्ट नहीं खेला है लेकिन अभी भी उन्होंने इस प्रारूप में खेलने की उम्मीद नहीं छोड़ी है। मैक्सवेल अभी भी अपना स्थान हासिल करना चाहते हैं और उन्होंने खुलासा किया कि वह टेस्ट प्रारूप में वापसी को लेकर चयनकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं।
मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी टेस्ट साल 2017 में खेला था और तब से वह इस प्रारूप में नहीं नजर आये हैं। चयनकर्ताओं ने उन्हें सफ़ेद गेंद की क्रिकेट तो पर्याप्त मौके दिए लेकिन उन्होंने लाल गेंद की क्रिकेट में मैक्सवेल को फिर मौका नहीं दिया। हालांकि इस खिलाड़ी ने टेस्ट प्रारूप खेलने के लिए खुद की काबिलियत पर विश्वास जताया है।
ग्लेन मैक्सवेल ने दावा किया कि टेस्ट में फिर से ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करना अभी भी वास्तविक है और टीम में खुद को फिर से स्थापित करने के बारे में आश्वस्त है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खेल में निरंतर सुधार हुआ है। मैक्सवेल के हवाले से पर्थ नाउ ने कहा,
यह निश्चित रूप से वास्तविक है। मुझे लगता है कि मैं शायद मौजूदा समय में सबसे अच्छा खेल रहा हूं। मैं अपने खेल को लेकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं अलग-अलग प्रारूपों के लिए अलग-अलग तकनीकों पर काम करने में सक्षम रहा हूं, जिससे वास्तव में आगे बढ़ने में मदद मिली है। मैं चयनकर्ताओं के साथ लगातार संपर्क में रहा हूं और वे वास्तव में इस बारे में स्पष्ट हैं कि अगर अवसर मिलते हैं तो मैं लाल गेंद के लिए तैयार हूं।
2013 में टेस्ट डेब्यू करने वाले मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक 7 टेस्ट मैचों में 339 रन जोड़े हैं। इस प्रारूप में उनके नाम एक शतक भी है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मैक्सवेल के आंकड़े काफी शानदार हैं और उन्होंने 67 मैचों में 39.81 की औसत से 4061 रन बनाये हैं। इसके अलावा 7 शतक भी उनके नाम हैं।
ग्लेन मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के 2022 उप-महाद्वीपीय दौरों पर अपनी निगाहें लगाईं
ऑस्ट्रेलिया को 2022 में उपमहादीप के दौरे पर आना है। ऐसे में मैक्सवेल ने भी उस समय तक मौका मिलने पर खुद को तैयार रखने की बात कही है। उन्होंने कहा,
अगला साल जाहिर तौर पर एक भारी उपमहाद्वीप दौरे का साल है। लोगों के आने-जाने के मौके मिल सकते हैं। अगले साल बहुत क्रिकेट है, आप सीजन के दौरान लोगों को लगातार नहीं खिलाना चाहते हैं, इसलिए कई बदलाव हो सकते हैं। इसलिए मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि जब वे किसी भी प्रारूप में उन टीमों को चुनें तो मैं अच्छा खेल रहा हूं।
ऑस्ट्रेलिया को अगले साल पाकिस्तान, श्रीलंका और भारत के दौरे पर आना है और इन सभी दौरों पर टेस्ट मैचों का भी आयोजन होगा। ऐसे में मैक्सवेल को इन परिस्थितियों का बेहतर अंदाजा है और मौका मिलने पर वह अपने अनुभव का फायदा उठाना चाहेंगे।