आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के 39वें मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान (AUS vs AFG) के खिलाफ हार की स्थिति से जीत दर्ज की और इसमें सबसे बड़ा योगदान ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) का रहा। मैक्सवेल ने हार के मुंह से अपनी टीम को बाहर निकाला और एक अविश्वसनीय जीत दिलाकर ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। उन्होंने चोटिल होने के बावजूद हार नहीं मानी और अंत तक टिके रहकर जीत दिलाकर लौटे। वह ऑस्ट्रेलिया के लिए दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने और इसी के साथ अपनी टीम के लिए सबसे बड़ी वनडे पारी खेलने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
मुंबई में खेले गए मुकाबले में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर इब्राहिम जादरान के शतक और आखिरी में राशिद खान की नाबाद 35 रनों की तेज पारी की बदौलत अपना सबसे बड़ा वर्ल्ड कप स्कोर बनाते हुए 50 ओवर में पांच विकेट खोकर 291 रन बनाये। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और उनके प्रमुख बल्लेबाज एक के बाद एक पवेलियन लौट गए।
19वें ओवर में टीम का स्कोर 91/7 था और यहाँ से ऑस्ट्रेलिया की हार तय लग रही थी लेकिन ग्लेन मैक्सवेल आज अलग ही इरादे से आये थे और उन्होंने आठवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 202* रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को 47वें ओवर में तीन विकेट से जीत दिला दी। मैक्सवेल दोहरा शतक जड़कर नाबाद रहे, वहीं कप्तान पैट कमिंस ने 68 गेंदों में नाबाद 12 रन बनाये और पूरी तरह से एक छोर थामे रखा।
ग्लेन मैक्सवेल ने शेन वॉटसन का ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़े व्यक्तिगत वनडे स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ा
ग्लेन मैक्सवेल ने सिर्फ 128 गेंदों में 21 चौके और 10 छक्के की मदद से नाबाद 201 रनों की पारी खेली। अपनी इस पारी की बदौलत वह ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। उन्होंने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में 96 गेंदों में नाबाद 185 रन बनाकर टीम के लिए सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड बनाया था।