इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज स्पिनर ग्रीम स्वान ने 2012 में भारत के खिलाफ मिली टेस्ट सीरीज जीत को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। ग्रीम स्वान ने उस टेस्ट सीरीज में मिली जीत को अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है और साथ ही कहा है कि उस समय किसी ने ये नहीं सोचा था कि इंग्लैंड की टीम भारत को भारत में हरा देगी।
ग्रीम स्वान ने सोनी टेन पिट स्टॉप शो में कहा कि हम लोग भारत में आए और टेस्ट सीरीज अपने नाम किया। आमतौर पर ऐसा होता नहीं है और मैं खुद व्यक्तिगत तौर पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। मैं दुनिया के बेहतरीन प्लेयरों के साथ मुकाबला करना चाहता था और मैंने ऐसा कर दिखाया। मोंटी पनेसर समेत बाकी गेंदबाजों ने भी दूसरे छोर से बेहतरीन गेंदबाजी की।
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ग्रीम स्वान ने कहा कि पहले टेस्ट मुकाबले के बाद हर चीज उस दौरे पर हमारे पक्ष में गई थी। अगर सच कहूं तो जब मैं अपने करियर को पीछे मुड़कर देखता हूं तो भारत में जीतना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि थी।
ग्रीम स्वान ने आगे कहा कि हम लोग 2010 में एशेज सीरीज खेलने ऑस्ट्रेलिया भी गए थे लेकिन तब मुझे ज्यादा कुछ करना नहीं पड़ा था। एलिस्टेयर कुक ने 1 हजार रन बनाया और जिमी एंडरसन ने सारे विकेट ले लिए। लेकिन भारत के खिलाफ सीरीज की अगर बात करें तो वो मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि थी।
ग्रीम स्वान ने 2012 की टेस्ट सीरीज में 20 विकेट चटकाए थे
आपको बता दें कि 2010 की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने भारत को 2-1 से हराया था। अहमदाबाद में खेले गए पहले मैच में इंग्लिश टीम को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उसके बाद मुंबई और कोलकाता में हुए मुकाबले को जीतकर इंग्लैंड ने सीरीज अपने नाम कर ली थी। नागपुर में खेला गया मैच ड्रॉ रहा था। ये इंग्लैंड की भारत में 28 साल बाद कोई पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।
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ग्रीम स्वान ने उस सीरीज में 4 टेस्ट मैचों में 20 विकेट चटकाए थे और वो प्रज्ञान ओझा के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। स्वान के अलावा मोंटी पनेसर ने 3 मैचों में 17 विकेट चटकाए थे।