भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की हार के बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल (Greg Chappell) ने टीम को आड़े हाथों लिया है। ग्रेग चैपल ने आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलिया में युवा प्रतिभा का सही उपयोग नहीं हो रहा है। इसके अलावा चैपल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से निवेदन करते हुए कहा कि वे घरेलू क्रिकेट में बीसीसीआई की तरह निवेश करें।
ग्रेग चैपल ने ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार से बातचीत में ऑस्ट्रेलिया के युवाओं को भारतीयों की तुलना में सप्ताह के अंत में योद्धा बताया। चैपल ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी अंडर 16 से मैचों की चुनौती लेना सीखते हैं। चैपल ने कहा कि नए क्रिकेटरों के उदय के लिए बीसीसीआई लाखों डॉलर का निवेश करता है। ऑस्ट्रेलिया के बारे में चैपल ने कहा कि वे शेफिल्ड शील्ड पर 44 मिलियन डॉलर खर्च करता है और यह अंतर एक गल्फ जितना नहीं बल्कि हिन्द महासागर जितना है।
ग्रेप चैपल का पूरा बयान
चैपल ने कहा कि अगर ऑस्ट्रेलिया प्रशासन प्रतिभा की तरफ ध्यान देने के बजाय क्रिकेट को प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए रवैया नहीं बदलता है, तो हम कुछ ही समय में असफल हो जाएंगे। चैपल ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को प्रदान किये गए अवसरों के बार उनके प्रदर्शन से चकित नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करते हुए देखने की आदत होनी चाहिए क्योंकि वे विश्व की पांच बेस्ट टीमों का निर्माण करने की क्षमता रखते हैं।
गौरतलब है कि भारतीय टीम के चोटिल और युवा खिलाड़ियों से हार झेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया की हर तरफ किरकिरी हुई है। भारतीय टीम की तारीफ दुनिया भर में हुई और अब भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भारतीय टीम ने एडिलेड में पहला मैच हारने के बाद अगले तीन में से दो मैचों में जीत दर्ज की और एक मैच ड्रॉ कराते हुए ऑस्ट्रेलिया को हैरान करने वाला प्रदर्शन किया।