भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2021 में खेला गया सिडनी टेस्ट मैच रोमांचक तरीके से ड्रॉ हो गया था। इस मैच को ड्रॉ कराने में हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का भी अहम योगदान था। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के साथ जबरदस्त साझेदारी करके मैच को ड्रॉ करा दिया था। हनुमा विहारी ने उस मुकाबले को याद करते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर इंडियन टीम वो मुकाबला हार जाती तो फिर कभी भी वो सीरीज ना जीत पाती।
दरअसल 407 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय भारतीय टीम के 272 रन पर 5 विकेट गिर गए थे। ऐसा लग रहा था कि जैसे टीम को हार का सामना करना पड़ेगा। हालांकि इसके बाद हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की जोड़ी ने जबरदस्त बैटिंग की और इतिहास रच दिया। हनुमा विहारी की मांसपेशियों में खिंचाव भी आ गया था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और क्रीज पर टिके रहे। उन्होंने दौड़कर कोई भी रन नहीं लिया लेकिन क्रीज पर खड़े होकर सिर्फ ओवर निकालते रहे। दूसरे छोर से रविचंद्रन अश्विन ने उनका साथ बखूबी दिया था। हनुमा विहारी ने 161 गेंद पर नाबाद 23 रन बनाए थे, वहीं रविचंद्रन अश्विन ने 128 गेंद पर नाबाद 39 रन बनाए थे। यही वजह रही कि भारत ने बाद में इस टेस्ट सीरीज को भी अपने नाम किया था।
सिडनी टेस्ट मेरे लिए काफी स्पेशल है - हनुमा विहारी
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान हनुमा विहारी ने उस ऐतिहासिक टेस्ट मैच को याद किया। उन्होंने कहा,
सिडनी टेस्ट मैच से मेरी काफी सुनहरी यादें जुड़ी हुई हैं। अगर हम सिडनी में वो टेस्ट मुकाबला हार जाते तो फिर सीरीज जीतने के चांस भी खत्म हो जाते। अश्विन और मुझे दोनों को इंजरी थी और इसी वजह से हम दौड़ नहीं सकते थे। इसी वजह से हमने एक-एक बॉल और एक-एक ओवर के हिसाब से खेलना शुरु किया। हमने डेढ़ सेशन बल्लेबाजी की थी और ये काफी यादगार रिजल्ट था। इसके बाद हमने गाबा में जाकर सीरीज जीती थी लेकिन सिडनी टेस्ट हमेशा ही मेरे लिए स्पेशल रहेगा।