जब भी दुनिया के महान क्रिकेट खिलाड़ियों की बात होती है, तब भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली (Virat Kohli) का नाम ज़रूर लिया जाता है, जो आज यानी 5 नवंबर को अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। 18 नंबर की जर्सी पहनकर जब विराट मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं तब भारतीय फैंस को यही उम्मीद होती है कि किसी भी मुश्किल हालत से वो अपनी टीम को निकालकर जीत दिलाएंगे।
साल 2011 वर्ल्ड कप से साल 2023 वर्ल्ड कप तक विराट कोहली हर बार भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं और वो टीम इंडिया की बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं। तीन नंबर पर विराट से बेहतर बल्लेबाज शायद कोई और नहीं है। साल 2011 के बाद से भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली लगातार शानदार प्रदर्शन करते आए हैं।
क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उनकी कमाल बल्लेबाजी भारतीय दर्शकों का लम्बे समय से मनोरंजन करती आई है। जब देश की जिम्मेदारी से अलग आईपीएल में उनके प्रदर्शन की बात की जाए, तो वहां भी वो सबसे आगे हैं।
किंग कोहली का 2011 से 2023 के वनडे वर्ल्ड कप तक का सफर
साल 2011 में भारतीय फैंस को महेंद्र सिंह धोनी का फाइनल में लगाया गया वो छक्का तो जरूर याद होगा लेकिन कोहली की 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी भी काफी अहम थी। उनकी पारी की बदौलत ही भारतीय टीम शुरूआती झटकों से संभलने में कामयाब रही थी। टीम ने 31 रनों तक 2 विकेट गंवा दिए थे तब गौतम गंभीर (97) का साथ युवा विराट ने ही दिया था और तीसरे विकेट के लिए 83 रन जोड़े थे।
साल 2011 वर्ल्ड कप में विराट कोहली ने 9 मैचों में 282 रन बनाए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 100 रन रहा था। उनका योगदान भारत को 28 साल बाद विश्व विजेता बनाने में काफ़ी अहम था। इसके बार साल दर साल विराट का खेल और बेहतर होता गया।
साल 2012 में विराट ने 17 पारियों में 1026 रन बनाए थे, जबकि अगले साल यानी 2013 में 30 पारियों में 1268 रन बनाए थे। वहीं 2014 में उन्होंने 20 पारियों में 1054 रन बनाए थे। 2015 में एक बार फिर वनडे वर्ल्ड कप के मंच पर विराट ने 8 मैचों में 305 रन बनाए लेकिन टीम को खिताबी जीत नहीं मिली। 2015 में विराट ने 20 पारियों में 623, 2016 में 10 पारियों 739, साल 2017 में 26 पारियों में 1460 और 2018 में 14 पारियों में 1202 रन बनाने में कामयाब रहे थे।
अगले ही साल 2019 में इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप में कप्तान के तौर पर विराट कोहली ने 9 मैचों में 443 रन बनाए थे। हालाँकि, इस वर्ल्ड कप में वो शतक नहीं बना पाए थे। भारतीय टीम का इस बार भी विश्व विजेता बनने का सपना अधूरा रह गया था। हालाँकि उस साल विराट ने 25 पारियों में 1377 रन बनाए थे।
साल 2020 में 9 पारियों में 431, 2021 में 3 पारियों में 129, 2022 में 11 पारियों में 302 और 2023 में अभी तक 1155 रन बना चुके हैं। शतकों के लिहाज से साल 2017 और 2018 सर्वश्रेष्ठ रहे, जहां उन्होंने इन दोनों सालों में 6-6 शतक जड़े।
मौजूदा वर्ल्ड कप में विराट कोहली अब तक आठ पारियों में 543 रन बना चुके हैं और दो शतक शतकीय पारियां भी खेली हैं। उनका दूसरा शतक 5 नवंबर यानी उनके जन्मदिन वाले दिन ही आया।
लीजेंड कोहली के वनडे , टेस्ट, टी20 और आईपीएल करियर के आंकड़े
विराट ने टेस्ट क्रिकेट में 111 मैच की 187 पारियों में 49.29 के औसत से 8676 रन बनाए हैं, जिसमें 29 शतक और 29 ही अर्धशतक शामिल हैं, उनका सर्वाधिक स्कोर 254* है। वनडे फॉर्मेट में उन्होंने 289 मैचों की 277 पारियों में 13626 रन बनाए हैं। इस दौरान 70 अर्धशतक और 49 शतक उनके बल्ले से आये हैं और उनका सर्वाधिक स्कोर 183 है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने टी20 फॉर्मेट में 115 मैच की 107 पारियों में 4008 रन बनाए हैं जिसमें 37 अर्धशतक और 1 शतक शामिल है।
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के लिए खेलते हुए विराट ने 237 मैचों में 7263 रन बनाए हैं, जिसमें 7 शतक और 50 अर्धशतक शामिल हैं।
विराट कोहली के बनाए गए रिकॉर्ड्स और अचीवमेंट्स पर एक नज़र
* विराट कोहली के नाम टी20 में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है, उन्होंने टी20 फॉर्मेट में 4008 रन बनाए हैं।
* वनडे क्रिकेट में सबसे तेज आठ हजार, नौ हजार, दस हजार, 11 हजार, 12 हजार और 13 हजार रन बनाये हैं।
* विराट वनडे में सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले संयुक्त बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपने 35वें जन्मदिन पर 49वां शतक बनाया और सचिन तेंदुलकर की बराबरी की।
* किसी एक टीम के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी विराट के नाम है। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 10 शतक लगाए हैं।
* विराट कोहली साल 2017 और साल 2018 में आईसीसी प्लेयर ऑफ़ द ईयर रह चुके हैं।
* साल 2018 में वह आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ़ द ईयर बने।
* साल 2012, 2017 और 2018 में विराट आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर बने।
* साल 2013 में विराट को अर्जुन अवॉर्ड मिला।
* 2017 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार मिला।
* 2018 में विराट को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से नवाज़ा गया।